रायपुर 

अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद द्वारा रायपुर के आशीर्वाद भवन बैरनबाजार में 16 फरवरी को आयोजित दिव्यांगजन सामूहिक विवाह समारोह में 31 दिव्यांग जोड़ों ने लिए सात फेरे लिए। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि गरीब परिवारों एवं दिव्यांगजनों के लिए सामूहिक आदर्श विवाह एक सकारात्मक अभियान है। दिव्यांगों की सेवा में समर्पित इस सराहनीय कार्य के लिए अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के सभी सदस्यों का हृदय से अभिनंदन करता हूं। इस मौके पर परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विनय पाठक ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। यह आयोजन भी हमारे लिए उसी के समान है दिव्यांगजनों की सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने परिषद द्वारा विगत अनेक वर्षों से इस आयोजन को सफलतापूर्वक संचालित करने की सराहना की और इसे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली पहल बताया।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना चलाई जा रही है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक जोड़े को 50,000 रुपये की सहायता दी जाती है। यदि पति-पत्नी दोनों दिव्यांग हैं, तो दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत उन्हें एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के कमजोर वर्गों, विशेष रूप से दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।

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