जयपुर

देवनानी शनिवार को पंचायती राज संस्‍थान में शारदा शिक्षा एवं विकास समिति द्वारा आयोजित सेरेब्रल पालसी रोग ग्रसित विशेष योग्‍यजन बच्‍चों के उपचार हेतु आयोजित नि:शुल्‍क चिकित्‍सा शिविर और संगोष्ठि को सम्‍बोधित कर रहे थे। देवनानी ने कहा कि विशेष योग्‍यजन बच्‍चों को मुख्‍यधारा में लाने की आवश्‍यकता है, ताकि उन्‍हें आत्‍मनिर्भर बनाया जा सके। इस पुण्‍यदायि कार्य में प्रत्‍येक व्‍यक्ति को सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए। समारोह को डॉ तरल नागदा, वैध गोपेश बंसल और नीलम शर्मा ने भी सम्‍बोधित किया।

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि विशेष योग्‍यजन राष्‍ट्र की पूंजी और धरोहर है। लोगों को इन्‍हें सम्‍मान देना चाहिए। परिवार, समाज और चिकित्‍सा के सहयोग से ही हम वातावरण को बदल सकते है। उन्‍होंने कहा कि दिवयांग्‍ता अभिशाप नहीं है। यह चुनौती है। विशेष योग्‍यजन व्‍यक्ति में एक कमी के बावजूद दूसरी क्षमता अपार होती है, जिससे उनका जीवन उज्‍ज्‍वल बन सकता है। ऐसे बच्‍चों को प्‍यार, स्‍नेह, सम्‍मान, समझ, समर्पण और समान अवसर दिये जाने की आवश्‍यकता है।

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