केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में पाकिस्तान और नेपाल के सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक की। बैठक में उपस्थित सभी मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए प्रधानमंत्री मोदी और तीनों सेनाओं का अभिनंदन किया। ऑपरेशन सिंदूर, भारत की सीमा, सेना और नागरिकों की ओर आंख उठाने वालों को भारत का मुंहतोड़ जवाब। पहलगाम आतंकी हमले को नज़र अंदाज किए बिना ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से इसका उचित जवाब दिया है जिससे पूरी दुनिया में एक मज़बूत संदेश गया है। ऑपरेशन सिंदूर पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की zero tolerance की नीति का परिचायक है। इस समय देश ने एकजुटता का जो प्रदर्शन किया है उससे देशवासियों का हौंसला बढ़ा है। अत्यावश्यक सेवाओं जैसे अस्पताल, अग्निशमन आदि के सुचारु संचालन की व्यवस्था की जाए और आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। गृह मंत्री ने राज्यों से SDRF, सिविल डिफेंस, होमगार्ड्स, एनसीसी आदि को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रखने को कहा। सोशल एवं अन्य मीडिया में अवांछनीय तत्वों द्वारा देश विरोधी दुष्प्रचार पर कड़ी नजर रखी जाए और राज्य सरकारों और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से इस पर त्वरित कार्रवाई हो। Seamless communication को बनाए रखने के हरसंभव प्रयास हों और vulnerable points की सुरक्षा को भी और दुरुस्त किया जाए।

दिल्ली 

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में पाकिस्तान और नेपाल के सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक की। बैठक में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के उपराज्यपाल और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और सिक्किम सरकार के प्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए शामिल हुए। बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव, निदेशक, आसूचना ब्यूरो, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के महानिदेशक सहित केन्द्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि 22 अप्रैल, 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि देश इस आतंकी हमले के गुनहगारों और आतंकवाद के समर्थकों को कड़ा जवाब देगा। गृह मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति और निर्णय़ के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, भारत की सीमा, सेना और नागरिकों की ओर आंख उठाने वालों को भारत का मुंहतोड़ जवाब है। बैठक में उपस्थित सभी मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए प्रधानमंत्री मोदी और तीनों सेनाओं का अभिनंदन किया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले को नज़रअंदाज किए बिना ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से इसका उचित जवाब दिया है जिससे पूरी दुनिया को एक मज़बूत संदेश गया। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं द्वारा specific inputs के बाद आतंकी कैंपों के खिलाफ चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की zero tolerance की नीति का परिचायक है। शाह ने कहा कि इस समय देश ने एकजुटता का जो प्रदर्शन किया है उससे देशवासियों का हौंसला बढ़ा है।

अमित शाह ने कहा कि 6-7 मई, 2025 की रात भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने आतंकवादियों से जुड़े 9 specific स्थानों पर हमला कर आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर को नष्ट कर दिया। गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं द्वारा किए गए इस हमले में लश्कर-ए-तैय्यबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज़्बुल मुजाहिदीन और अन्य आतंकी संगठनों के आतंकवादी प्रशिक्षण और हथियार कैंपों और ठिकानों को नष्ट कर दिया गया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मॉक ड्रिल के लिए जारी दिशानिर्देशों के तहत सभी राज्य अपनी तैयारियां करें। उन्होंने कहा कि अत्यावश्यक सेवाओं जैसे अस्पताल, अग्निशमन आदि के सुचारु संचालन की व्यवस्था की जाए और आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। गृह मंत्री ने राज्यों से SDRF, सिविल डिफेंस, होमगार्ड्स, एनसीसी आदि को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रखने को कहा। उन्होंने कहा कि नागरिकों और गैरसरकारी संगठनों के माध्य़म से जनभागीदारी सुनिश्चित करने की कोशिश की जाए।

अमित शाह ने कहा कि सोशल एवं अन्य मीडिया में अवांछनीय तत्वों द्वारा देश विरोधी दुष्प्रचार पर कड़ी नजर रखी जाए और राज्य सरकारों और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से इस पर त्वरित कार्रवाई हो। गृह मंत्री ने कहा कि seamless communication को बनाए रखने के हरसंभव प्रयास हों और vulnerable points की सुरक्षा को भी और दुरुस्त किया जाए। उन्होंने राज्यों से कहा कि वे जनता में अकारण भय फैलने से रोकें और अफवाहों के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए उचित कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन, सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच समन्वय को और बेहतर किया जाए।

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