जयपुर
बढ़ती जनसंख्या के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पर्यावरण के क्षेत्रों में संतुलन बनाए रखना आज समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गया है। वासुदेव देवनानी ने कहा है कि जनसंख्या से जुड़ी चुनौतियों, संसाधनों के संतुलन और सतत विकास की दिशा में जन-जागरूकता आवश्यक है।
देवनानी ने कहा कि हमें यह समझना होगा कि संसाधन सीमित हैं और जिम्मेदारी सबकी साझी है। यदि हम आज से ही सतर्क न हुए, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए संकट और गहराएगा। इसलिए जनसंख्या नियंत्रण, बाल विवाह की रोकथाम, स्त्री-पुरुष समानता और महिलाओं को शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्षम बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
देवनानी ने इस अवसर पर युवाओं से आह्वान किया कि वे सजग नागरिक बनें, परिवार के महत्व को समझें और समाज में जागरूकता फैलाएं। उन्होंने यह भी कहा कि एक जिम्मेदार समाज ही एक सशक्त राष्ट्र की नींव रख सकता है।