सीतामढ़ी: सीतामढ़ी में भगवान राम और माता सीता के विवाह पंचमी महोत्सव की तैयारिया लगभग पूरी हो गई है। विवाह पंचमी के धुन अभी से सीतामढ़ी में गूंजने लगे हैं वहीं देश विदेश से श्रद्धालु सीतामढ़ी में जुटने लगे हैं। शहर को विभिन्न तरह की खूबसूरत लाईटों से सजाया जा रहा है। इस संबंध में पुनौरा धाम जानकी जन्मभूमि मंदिर के महंत कौशल किशोर दास ने बताया कि सोमवार से विवाहोत्सव की रस्में शुरू हो जाएंगी इसमें वैवाहिक हटी, हल्दी, शगुन, मटकोर, आदि शामिल हैं।

विवाह पंचमी को लेकर आम लोग अपने घरों को भी सजाने में लगे हैं और मंदिरों को तो भव्य रूप से सजाया जा रहा है। इसके साथ ही अलग अलग जगहों पर भजन कीर्तन भी किया जा रहा है। मंगलवार को मंगल गायन की परंपरा की जाएगी और रात में राम जानकी विवाहोत्सव का आयोजन किया जाएगा। सीतामढ़ी शहर स्थित रजत द्वार जानकी मंदिर के महंत विनोद दास के संयोजन में 26 दिसंबर को पारंपरिक निशान शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

रात्रि में जानकी माता की महाआरती होगी और मंदिर परिसर में श्रीराम–जानकी विवाह महोत्सव का मुख्य आयोजन संपन्न होगा। सीताराम विवाह पंचमी सिर्फ धार्मिक आस्था का पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक मेल-जोल का जीवंत उत्सव भी है। भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ नेपाल के कई जिलों से श्रद्धालुओं का जनकपुरधाम और सीतामढ़ी आगमन जारी है। पारंपरिक वेशभूषा में सजे भक्तों की भीड़ पूरे आयोजन में एक अलग ही उत्साह भर रही है।

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