बीकानेर(राजस्थान)/ समाज मे शिक्षा की अलख जगाने और प्रतिभाओं को तराशने के कदम के तहत आज शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज के उच्च शिक्षा हेतु अध्यनरत प्रतिभाशाली बालक बालिकाओ को छात्रवृत्ति प्रदान की गयी|
अजित फाउंडेशन के सभागार में हुए समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ चिकित्सक डॉ बुलाकीदास शर्मा विशिष्ट अतिथि मंडल रेल के मुख्य अभियंता निर्मल कुमार शर्मा ने समाज के प्रतिभावान राजन शर्मा और बालिका शुश्री मनीषा शर्मा को यह छात्रवृति स्वरूप सहयोग राशी, श्रीफल, दुप्पटा और प्रशस्ति पत्र प्रदान किये|
अपने मुख्यातिथि उदबोधन में डॉ बुलाकीदास शर्मा ने कहा कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु आपका लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए फिर इसके लिए आपको कुछ समय के लिए खुद को सबसे अलग करना पड़ेगा आपका ध्यान सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर रहे डॉ शर्मा ने कहा कि दूरदृष्टी,पक्का इरादा लगन और ललक के अगर आप सच्चे है तो आपको आपकी मंजिल पाने से कोई नही रोक सकता बस लक्ष्य से भटके नही किसी भी तरह का अभाव नही होता अभावों को पाटना होता है आज तो समाज जागृत है तो कोई दिक्कत नही है संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बालक बालिकाओ को उन्होंने अपने संस्मरण सुनाते हुए बताया कि डॉ बनने की राह में आई मुश्किलों से वे घबराए नही क्योकि लक्ष्य तय था और उन्होंने किस तरह निपटारा किया फिर वे डॉ बने उस वक़्त जब वे पढ़ाई करते थे तब संसाधन अति सीमित थे खुद को ही झोंकना पड़ता था आज माहौल बदला है लेकिन अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहोगे तो सफलताएं कदम चूमेगी
मंडल रेल के मुख्य अभियंता निर्मल कुमार शर्मा ने बच्चो को इस अवसर पर कहा कि आपके जीवन को अगर कोई सवार सकता है तो वो है आपकी शिक्षा और आज की तारीख में जो बेहतरीन शिक्षित है उनका नाम जमाना जानता है क्योंकि शिक्षा में एक हौसला है एक राह है जो इंसान को कुछ ना कुछ नया करने की प्रेरणा देती है|निर्मल कुमार शर्मा ने कहा कि आज की मूल आवश्यकता समाज मे शिक्षा के प्रति जागृति लाकर उसके प्रति माहौल बनाए जाने की है हम यह कह देते है कि ज्यादा पढ़ लिखने का क्या मतलब करना तो काम ही है यह मानसिकता हमे छोड़नी होगी निश्चित करना तो काम ही है लेकिन विषय विशेष में पढ़ा व्यक्ति आने वाले बच्चो के लिए नयी राह प्रसस्त करता है इसलिए उपस्थित सभी माताओ और पिताओं से निवेदन है कि पढ़ाई के प्रति ज्यादा ध्यान केंद्रित करे ताकि बच्चे पढेंगे तो आगे बढ़ेंगे और बच्चे बढ़ेंगे तो समाज बढ़ेगा| निर्मल कुमार शर्मा ने कहा कि आज बहुत खुशी है कि समाज के लोग शिक्षा हेतु कार्य कर रहे है आगे भी इसी तरह के किसी भी आयोजन या पढ़ाई के लिए दिए जाने वाले प्रोत्साहन हेतु वे सदैव तैयार है | छात्रवृत्ति पर बोलते हुए कहा कि विधा दान शास्त्रों में बहुत बड़ा माना गया है और विधा के लिए दान तो उस से भी बड़ा कार्य है आज जिन्होंने इस कार्य का बीड़ा उठाया है वे धन्यवाद के पात्र है लेकिन इसका गुमान कभी नही करना अपनी बात को उन्होंने इस तरह बया किया कि
“अपनी अपनी तकदीर का सब दुनिया में खाते हैं बशर-वो तेरे घर खाये या कि खाये अपने घर।
जो तेरे घर आकर खाये उसका तू मशकूर हो-क्योंकि उसने अपना खाया, तेरे दस्तरख्वान पर”।
वरिष्ठ समाजसेवी और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बीएसएनल के पूर्व अधिकारी महेश भोजक ने कहा कि समाज मे शिक्षा की मूल को जगाने की महती आवश्यकता तो है ही उस से भी बड़ी आवश्यकता है कि समाज के बच्चे खासतौर से लड़के उच्च शिक्षा में अपना नाम रोशन करे ताकि समाज को भी उनसे गर्व होंसके| महेश भोजक ने कहा कि उच्च शिक्षा जागृति लिए समाज में समय समय पर कार्यक्रम किये जाने आवश्यक है जब तक परिवार और माता पिता खुद बच्चो को पढ़ने के लिए प्रेरित नही करेंगे तब तक शिक्षा की अलख जगाना मुश्किल है
वरिष्ठ समाजसेवी सूर्यप्रकाश शर्मा ने स्वगात उदबोधन देते हुए कहा कि आज समाज के बच्चे जिस तरह शिक्षा से मुँह मोड़ रहे है और अपना जीवन बर्बाद कर रहे है उनको ढंग से राह दिखानि जरूरी है ताकि समाज में शिक्षा का अभाव ना हो बच्चे अपने पथ से ना भटके
समिति के सह संयोजक आर.के. शर्मा ने समिति कि कार्ययोजना को विस्तारित रूप से सबको बताते हुए आह्वाहन किया कि जल्द ही समाज मे कैरियर मार्गदर्शन शिविर आयोजित किये जायेंगे
प्रांतीय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सत्यदीप शर्मा ने अपने उदबोधन में बच्चो को आशीर्वचन देते हुए कहा कि सहकार भाव से किया हुआ कार्य हमेशा सफल होता है और छात्रवृत्ति महत्वपूर्ण नही है महत्वपूर्ण है आपकी खुद की वृत्ति अगर वृत्ति सही है ईमानदारी है और निष्ठा है तो कोई भी ताकत आपको सफल होने से नही रोक सकती
समाजसेवी कामिनी भोजक ने कहा कि व्यक्ति तभी बढ़ता है जब वो पढ़ता है और समाज तब बढ़ता है जब सम्पूर्ण लोग शिक्षित हो तो आज आप इस बात का संकल्प ले उपस्थित सभी माता पिता और परिजन की हमे हर हाल में बच्चो को पढ़ाई के लिए अनुकूल माहौल बना कर रखना है कामिनी भोजक ने आज सम्मानित हुए बच्चो की शान में कहा कि
“दिल डूबता है तो डूबने दो, आप शाम से ढलते रहिए-सुबह सूरज आपकी हथेलियों में होगा बस चिरागों की तरह जलते रहिए”
“आंखों की चमक पलको की शाम हो तुम-चेहरे की हंसी लबो की मुस्कान हो तुम
समाज का नाम रोशन करना है तुम्हे जग मे-फिर कैसे ना कहे कि हमारी शान हो तुम”
शहर कांग्रेस प्रवक्ता नितिन वत्सस ने अपने उदबोधन में कहा कि समाज का नाम तभी होता है जब उसके बच्चे अपना काम तरीके से करते हुए सार्वजनिक जीवन मे एक मिशाल बने पहचान बने औरदूसरे लोगो के लिए वो एक उदाहरण बने आज बहुत ही हर्षित कार्य हुआ है कि समाज के बच्चो को उच्च शिक्षा हेतु प्रेरित किया जा रहा है| समाज के किसी भी प्रतिभावान बच्चो को अपनी प्रतिभा संसाधनों के अभाव में दबाने नही दि जायेगी सामाजिक स्तर पर जितना अधिक हो सकेगा उनके सहायता की जाएगी संसाधनों का अभाव नही रहेगा यह समिति आपसे वादा करती है चयनित बच्चो को भी अधिक लग्न से पढ़ने की हिदायत देते हुए वत्सस ने कहा कि आने वाले समय मे और प्रतिस्पर्धा तेज होगी घबराए नही मंजिल तक पहुंचना ही है|
छात्रवृत्ति प्रतिभा सम्मान समारोह में वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार हरीश बी.शर्मा,कन्हैयालाल सेवग, दुर्गादत्त भोजक, रेलवे स्टेशन मास्टर कैलाश शर्मा,प्रहलाद दास सेवग, ज्ञानमल शर्मा, गिरधर पंडित शर्मा, सत्यदेव शर्मा, राजेश शर्मा, जवाहर मल शर्मा,योगाचार्य सुभाष शर्मा, पुरषोत्तम सेवग, मदनलाल भोजक, सुंदरलाल शर्मा,गोपाल कृष्ण भोजक, मनोज शर्मा, नंदकिशोर भोजक, सरला शर्मा, जिया शर्मा, वरुण कौशिक श्वेता शर्मा सहित बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य जन मौजूद थे ।कार्यक्रम का संचालन के साथ आभार ज्ञापित करते हुए कामिनी भोजक ने अतिथियों और संस्था के लिए कहा कि “क्या अंधकार से डरना आओ अब सुरज बन जाते है-धरती अम्बर के टीम सारे जिससे डर कर छंट जाते है
एक नूर बहे नूरानी सा रोशन ये आलम हो जाये- आओ साथियों हम सब मिलकर एक झिलमिल दीप जलाते है।
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