रायपुर: प्रदेश के बहुचर्चित घोटालो में से एक नान घोटाला मामले के आरोप में निलंबित सीनियर आईपीएस और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) के पूर्व महानिदेशक रहे मुकेश गुप्ता और आईपीएस रजनेश सिंह की निलंबन अवधि को बढाया गया है। दोनो आईपीएस अधिकारियो का निलंबन 6 अगस्त से 180 दिन ओर बढाया गया है।
करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा ने प्रदेश में नागरिक आपूर्ति निगम (NAN) के अधिकारियों और कर्मचारियों के 28 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। इस कार्रवाई में करोड़ों रुपयों के साथ ही भ्रष्टाचार से संबंधित कई दस्तावेज़, हार्ड डिस्क और डायरी भी जब्त की गई थी।
छत्तीसगढ़ की नई सरकार ने कथित रूप से 36 करोड़ रुपये के इस घोटाले में जांच के लिए SIT जांच करवा रही है। आरोप है कि छत्तीसगढ़ में राइस मिलरों से लाखों क्विंटल घटिया चावल लिया गया और इसके बदले करोड़ों रुपये की रिश्वतखोरी की गई। इसी तरह नागरिक आपूर्ति निगम के ट्रांसपोर्टेशन में भी भारी घोटाला किया गया। इस मामले में 27 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज़ किया गया था। जिनमें से 16 के ख़िलाफ़ 15 जून 2015 को अभियोग पत्र पेश किया गया