रायपुर, 14 अक्टूबर
भारत सरकार के ‘नो सिंगल यूज प्लास्टिक’ कैंपेन का असर दिखाई देने लगा है। महाबलीपुरम के समुद्र किनारे से प्लास्टिक और कचरा बीनकर प्रधानमंत्री ने स्वच्छता और नो प्लास्टिक का जो संदेश दिया है। उसका प्रभाव देश के शिक्षा संस्थानों में देखने को मिल रहा है। “नो सिंगल यूज प्लास्टिक” कैंपेन के तहत सोमवार को नवा रायपुर स्थित श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में विद्यार्थियों के लिए एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन रखा गया।
निबंध प्रतियोगिता में 200 से ज्यादा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। संस्थान की ओर से इको क्लब बनाकर पूरे कैंपस परिसर में साफ-सफाई की गई। विद्यार्थियों के साथ-साथ संस्था के डायरेक्टर, टीचर औऱ स्टाफ ने झाड़ू लगाई।
प्लास्टिक मुक्त भारत विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में एसआरआईटी के कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के छात्र भेखराज चक्रधारी ने प्रथम स्थान हासिल किया है। जबकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग की छात्रा निकिता साहू को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के छात्र मोहित साहू ने निबंध प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया है।
संस्था की ओर से निबंध प्रतियोगिता में उत्तम निबंध लिखने वाले प्रथम 10 विद्यार्थियों को पुरस्कार और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। इस अवसर पर श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी नवा रायपुर के निदेशक ए.के. श्रीवास्तव ने कहा कि प्लास्टिक वर्तमान समय में बड़ा खतरा है। प्लास्टिक की वजह से न सिर्फ गंदगी फैल रही है बल्कि प्लास्टिक के जलाने से वायु प्रदूषण, प्लास्टिक के पानी में घुलने से जल प्रदूषण और जमीन में वर्षों तक दबे रहने से मृदा प्रदूषण फैल रहा है।
उन्होंने कहा कि रोजमर्रा के काम में इस्तेमाल हो रही चीजों में 80 फीसदी वस्तुएं ऐसी हैं जिनमें प्लास्टिक का किसी न किसी प्रकार इस्तेमाल होता है। लेकिन अब वक्त है कि सिंगल यूज प्लास्टिक से तौबा की जाए और भावी पीढ़ी को एक साफ-सुथरा, प्रदूषण और प्लास्टिक से मुक्त वातावरण मुहैया कराया जाए।
इसके लिए शुरुआत विद्यार्थियों से ही किया जाना उचित है। उन्होंने कहा कि संस्थान ने अपने परिसर में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है
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