भ्रष्टाचार में डूबे टीआई लक्ष्मण पटेल पर जांच अधिकारियों की है पैनी नजर,गोपनीय ढंग से खंगाले जा रहे अकूत संपत्ति का विवरण
रायपुर,मुंगेली का पुलिस विभाग आए दिन सुर्ख़ियों में रहता है। मुंगेली कोतवाली में विवादों में रहे पूर्व टी आई एलपी पटेल के ख़िलाफ़ आय से अधिक सम्पत्ति की जाँच शुरू हुई। डीएसपी मुंगेली ने शिकायत कर्ता को नोटिस जारी कर बयान के लिए आहूत किया है। शिकायतकर्ता सचिन मसीह ने मुंगेली के पूर्व टीआई एल पी पटेल के ख़िलाफ़ आय से अधिक संपत्ति, शासकीय पद का दुरुपयोग , भ्रष्ट आचरण के ख़िलाफ़ पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत पेश किया था।शिकायकर्ता सचिन मसीह जो कि जमीन ट्रेडिंग कारोबारी बताया जा रहा है। जिस पर पुलिस मुख्यालय रायपुर ने डीएसपी मुंगेली को जाँच अधिकारी नियुक्त कर टीआइ एलपी पटेल के खिलाफ जाँच शुरू कर दिया है। शिकायतकर्ता को बयान के लिए तलब किया गया है।
विश्वस्त सूत्रों की खबर है की इस केस के बाद मुंगेली की राजनीति में भूचाल आ गया है। कुछ लोग शिकायत कर्ता को टीआई के पक्ष में शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाते रहे है मगर शिकायत कर्ता कार्यवाही के लिए अड़ा हुआ है। यह पहली बार हुआ की पुलिस विभाग के किसी बड़े अधिकारी के खिला इस प्रकार आय से अधिक सम्पत्ति कि सार्वजनिक जाँच की जा रही है। जबकि एसीबी शिकायतकर्ता का नाम और पहचान हमेशा गोपनीय रखती है। ज्ञात हो अभी कुछ माह पहले टीआई पटेल का प्रकरण मुंगेली में सुर्ख़ियों में था। और कई प्रकार के आरोप प्रत्यारोप लग रहे थे। टीआई एल पी पटेल ने स्वयं मीडिया में बयान दिया था की उनके विभाग के बड़े अधिकारियों द्वारा साज़िश करके फंसाना चाह रहे है। परंतु एक बात यह भी है की मुंगेली में एल पी पटेल का कार्यकाल बहुत विवादों से भरा रहा। उनके मुंगेली टीआई रहते हुए आए दिन नए नए विवाद जन्म लेते जा रहे था।बहरहाल इस तरह की शिकायत से एक बार फिर पुलिस विभाग सुर्खियों में आ गया है और चर्चाएं होने लगी है,चूंकि पुलिस विभाग एक ऐसा विभाग है जहां पर बिना पैसो के एक काम नही होता है,पुलिस के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तक पैसा लेने से बाज नही आते है,यही नही बल्कि पुलिस के चंगुल में एक बार जो फंसा वह पैसो में डूबकर ही बाहर निकलेगा ।
बहुचर्चित नाबालिग जिस्मफरोशी मामले को भी किया गया था रफादफा की कोशिश
लगभग 6 माह पूर्व मुंगेली कोतवाली में नाबालिग पीड़िता द्वारा जिस्मफरोशी की शिकायत की गई थी जिसमे कोतवाली में पदस्थ रहे निरीक्षक लक्ष्मण पटेल द्वारा पीड़िता को 50 हजार लेकर मामला रफादफा करने दबाव बनाया गया था।
अन्य भी कई लगते रहे है आरोप
सरकारी जमीनों में बलात कब्जा कराने, कोतवाली में बिना पैसा मामला दर्ज नही करने,पैसा लेकर मामला बनाने,धनबल के प्रभाव में गंभीर मामले शून्य अथवा शिथिल करने जैसे आरोप लगते रहे हैं ।बाद में लगातार शिकायतों एवं जनविरोध के बाद पुलिस अधीक्षक मुंगेली ने स्थानांतरित किया था उसके कुछ समय बाद राज्य शासन के रूटीन ट्रांसफर में भी लक्ष्मण पटेल को मुंगेली जिले से बाहर कर दिया गया।
शिकायतों को अपने पास दबा रखने पटेल की आदत में रहा शामिल
निरीक्षक लक्ष्मण पटेल प्रायः जिन भी थानों के प्रभार में रहे इनके द्वारा दर्जनों शिकायतों को पोटली बना अपने पास रखने की आदत रही है प्रायः सभी शिकायतों की जांच अथवा विवेचना निरीक्षक लक्ष्मण पटेल थानों में ना कर निजी स्थान पर करने की कोशिश करते रहे जिसके चलते भी अनेक थानों से रिलीव होने के बाद दर्जनों मामले कुंडली मार दबा रखने की घटना सामने आईं थीं।
अब देखना यह भी होगा कि आय से अधिक संपत्ति मामले में लपेटे में आये निरीक्षक लक्ष्मण पटेल पर आगे क्या कार्यवाही की जाती है।