मुंगेली।जिले में जीवित महिलाओं को मृत घोषित करने का एक अजब मामला सामने आया है। 4 बुजुर्ग महिलाओ ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर शिकायत की कि हम जीवित महिलाओं को ग्राम पंचायत चेचानडीह के पूर्व सरपंच ने मृत बताकर शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित कर दिया है।
प्रकरण मुंगेली जिले के लोरमी ब्लॉक के सुदूर वनांचल ग्राम चेचानडीह का है जिसमें तत्कालीन सरपंच द्वारा 2 अक्टूबर 2016 को ग्रामसभा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 29 लोगों को मृत बताकर आवास योजना की सूची से नाम काटने का प्रस्ताव पारित कर दिया। इनमें गांव की चार महिलाएं पीरित बाई, सोनबाई, महेतरिन बाई एवं पुसइया बाई का नाम भी शामिल था।
बस के न चलने पर ये महिलाएं करीब 60 किलोमीटर पैदल चलकर जिला मुख्यालय मुंगेली पहुंची मगर मुंगेली कलेक्टर के न मिलने पर इन बुजुर्ग महिलाओं की भेंट डिप्टी कलेक्टर रजनी भगत से हुई। इनकी बात सुनकर डिप्टी कलेक्टर आश्चर्यचकित रह गयीं।पंचायत के रिकार्ड के अनुसार मृत महिलाएं उनके सामने जीवित खड़ी होकर अपनी समस्या बताने लगीं।
पीरित बाई ने बताया कि पंचायत के प्रस्ताव के अनुसार मृत घोषित कर दिए जाने से उनको कोई शासकीय योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
इन महिलाओं की व्यथा सुनकर डिप्टी कलेक्टर रजनी भगत ने सरकारी तंत्र की भूल को स्वीकारते हुए मामले को गंभीरता से लिया तथा बुजुर्ग महिलाओं को शीघ्र कार्रवाई का भरोसा देकर उनसे प्राप्त ज्ञापन को संबंधित संबंधित विभाग को प्रेषित कर दिया है।इन बुजुर्ग महिलाओं को अब उम्मीद जगी है कि देर से ही सही शासकीय रिकार्ड में वे अब जीवित हो सकेंगी।