रायपुर/जगदलपुर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक अरविंद नेताम ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर से कहा है कि प्रदेश का आदिवासी समाज अपने समाजिक मामलों को स्वयं सुलझाने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि कोण्डागांव जिले में धर्मातरण को लेकर जारी विवाद में किसी को दखल देने की जरूरत नहीं है। विदित हो कि मेधा पाटकर मानवधिकार कार्यकर्ताओं के साथ कोण्डागांव जिले के दौर पर आई थीं। यहां उन्होंने धर्मातरण को लेकर ग्राम सिंघनपुर, काकड़ा, तिलियाबेड़ा के कथित पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। यहां से राजधानी रायपुर लौट कर उन्होंने फोन पर अरविंद नेताम से चर्चा की थी। अरविंद नेताम ने बताया कि फोन पर मेघा पाटकर ने कोण्डागांव में धर्मातरण को लेकर चल रहे विवाद पर चर्चा कर रही थी। नेताम ने कहा मैंने सारे घटना क्रम की जानकारी देते हुए उन्हें बताया कि वहां जो भी हो रहा है, वह एकतरफा हो रहा है। आदिवासी शांत और विवाद से दूर रहते हैं, अन्याय नहीं करता तो सहता भी नहीं है। नेताम ने पाटकर से कहा है कि आमतौर पर घटना की तह तक जाकर पड़ताल किए बिना सामाजिक मामलों को अल्पसंख्यका के साथ ज्यादती बताकर प्रचारित किया जाता है।

0Shares
loading...

By Admin

You missed