बिलासपुर।सौभाग्य के लिए सुहागिनों ने करवा चौथ व्रत रखा। दिनभर निर्जला व्रत रख महिलाओं ने जीवन साथी की दीर्घायु और सुखद गृहस्थ की कामना की। सुबह घरों में शिव-पार्वती व गणेश भगवान की पूजा के बाद शाम को मंदिरों में भी महिलाएं पूजा करने पहुंची। शाम को हर किसी को चांद निकलने का इंतजार रहा। शाम 8 बजकर 44 मिनट पर चांद का दीदार होने के बाद सुहागिनों ने चांद की पूजा व अर्घ्य देकर छलनी से जीवनसाथी का चेहरा देखा। पति ने पत्नी को जल पिलाकर व्रत संपन्न करवाया, जिसके बाद घरों में लोग ने स्वादिष्ट पकवानों का आनंद लिया।
करवा चौथ के लिए महिलाओं में काफी उत्साह रहा। सुबह से ही घरों में त्योहार की तैयारियां शुरू हो गई थी। महिलाएं बाजारों में भी सामान व उपहार खरीदने के लिए भी पहुंची। खासतौर पर पूजा की तैयारी के लिए करवा का सेट, पूजा के लिए पूजन सामग्री और फूलों की खूब खरीदारी हुई।पलटन बाजार, सर्राफा बाजार, और देहरादून की गिफ्ट शॉप पर महिलाएं खरीददारी करने पहुंची। हालांकि, करवा चौथ की पूर्व संध्या पर ज्यादातर महिलाओं में खरीदारी कर ली थी इसलिए बुधवार को बाजारों में भीड़ सामान्य ही दिखी। उधर, करवा चौथ पर सजने संवरने के लिए ब्यूटी पार्लरों में थ्रेडिंग बनवाने व मेहंदी लगवाने के लिए बाजारों में दिन भर लगी रही। वहीं, अपनी जीवन संगिनियों के लिए कई लोग सरप्राइज तोहफे लेकर भी पहुंचे।
चांद ने करवाया इंतजार
करवा चौथ का दिन हो और चाद महिलाओं की परीक्षा ना ले ऐसा कम ही होता है। पंडितों की पूर्व गणना के अनुसार बुधवार को रात आठ बजकर तीन मिनट पर चंद्रमा का उदयकाल होना था। चंद्रमा की पूजा के बाद व्रत खोला जाता है। लेकिन चांद करीब पौने घंटे देरी से 8 बजकर 44 मिनट पर निकला। कई महिलाएं चांद देखने को कई बार छत पर गई वहीं, फोन कॉल्स और एसएमएस के जरिए भी दोस्त और रिश्तेदारों में चाँद निकलने के समय पर चर्चा होती रही।
करवा चौथ पर भी दिखा कोरोना इफेक्ट
साल की शुरुआत में मार्च महीने से कोरोना संक्रमण तेजी से फैलना शुरू हुआ था। तबसे इस साल के सभी त्योहार कोरोना के बीच ही मनाए जा रहे हैं। करवा चौथ पर भी इसका पूरा प्रभाव देखने को मिला। कई महिलाओं ने कोरोना के प्रति जागरूकता एवं सजगता का संदेश देने के लिए मास्क पहनकर ही शाम की पूजा और चांद को अर्घ्य दिया।