रायपुर
शराब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा के साथ पूछताछ के बाद ED की चार सदस्यीय टीम सुरक्षा बल के साथ कांग्रेस भवन पहुंची है। जहा प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह से बंद कमरे के पूछताछ की जा रही है। और प्रभारी महामंत्री मलकित सिंह गेंदूसे बातचीत कर सामान सौपा है। ईडी के राजीव भवन पहुंचने के मामले में कांग्रेस प्रभारी महामंत्री मलकित सिंह गेंदू ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी राजीव भवन पहुंचे थे। उन्होंने सुकमा जिले के राजीव भवन के निर्माण को लेकर कई जानकारिया मांगी गई। ईडी अफसरों ने समन देकर 27 तारीख तक जवाब मागा है। हमारे पास सभी दस्तावेज मौजूद हैं। जिसे जवाब के साथ दिया जाएगा।
ईडी ने अपनी जांच के बाद यह बताया है कि यह कंपनी होलोग्राम बनाने के लिए पात्र नहीं थी, फिर भी नियमों में संशोधन करके यह टेंडर उसी कंपनी को दे दिया गया था। ईडी के टेंडर दिलाने के एवज में कंपनी के मालिक से भारी कमीशन लिया गया था। यह जानकारी सामने आने के बाद जब कंपनी के मालिक विधु गुप्ता को ईडी ने गिरफ्तार किया तो उसने कांग्रेस सरकार में CSMCL में एमडी अरुणपति त्रिपाठी, बिजनेसमैन अनवर ढेबर और अनिल टुटेजा का नाम लिया।
ईडी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान साल 2019 से 2022 तक लाइसेंसी शराब दुकानों पर डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती थी, जिसके चलते छत्तीसगढ़ के राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। उस दौरान शराब को स्कैनिंग से बचाने के लिए नकली होलोग्राम भी लगाया जाता था, ताकि वह किसी की पकड़ में न आ सके। इस होलोग्राम को बनाने के लिए घोटाले में संलिप्त लोगों ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में होलोग्राफी का काम करने वाली PHSE (प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड) कंपनी को टेंडर दिया था।