नई दिल्ली, 18 अगस्त 2020
पुणे रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपये में बिकने का फोटो वायरल हो गया है। लोग इसे मोदी सरकार के निजीकरण की दिशा में बढ़ने का पहला खतरा बताकर ट्रोल कर रहे हैं। पुणे रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म टिकट के दो फोटो एक साथ वायरल हो रहे हैं जिसमें एक टिकट 3 रुपये की कीमत का है जबकि दूसरा फोटो 50 रुपये कीमत के प्लेटफॉर्म टिकट का है।
50 रुपये के प्लेटफॉर्म टिकट पर केन्द्र सरकार की छीछालेदर होती देख रेलवे के प्रवक्ता ने सफाई दी है। रेलवे प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने और स्टेशन पर भीड़भाड़ को कम करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत को बढ़ाकर 50 रुपये किया गया है। महामारी के शुरुआती दिनों से ही रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट दरों को नियंत्रित करता रहा है। रेलवे प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफार्म टिकट का मूल्य 50 रुपए रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वालों पर रोक लगाना है। जिस से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके। रेलवे प्लेटफार्म टिकट की दरों को कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों से ही इसी प्रकार नियंत्रित करता आया है।
गौर हो कि 2015 में रेलवे ने विशिष्ट परिस्थितियों में प्लेटफार्मों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाने के लिए मंडल रेल प्रबंधकों (डीआरएम) को पावर दी थी। इसके अलावा, नवीनतम मूल्य वृद्धि रेलवे बोर्ड द्वारा प्रत शक्ति के अनुसार की जाती है।
केंद्र सरकार ने पहले ही कोविद -19 को फैलने से रोकने के लिए कई उपाय किए हैं, जो देश में तेजी से बढ़ रहा है और अब तक 51,797 लोगों की जानें चली गई हैं।
बताया गया है कि पश्चिम रेलवे के सभी छह डिविजन- मुंबई, वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, रतलाम और भावनगर में प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाकर 50 रुपये कर दी गई है।