रायपुर, 5 जुलाई 2021
एसीबी के छापों में आय से अधिक संपत्ति जुटाने और सरकार के खिलाफ अनर्गल गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोपों का खुलासा होने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने एडीजी जीपी सिंह (गुरजिंदर पाल सिंह) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
निलंबन अविधि में जीपी को पुलिस मुख्यालय में अटैच किया गया है। निलंबन अविधि के दौरान जीपी सिंह को गुजारा भत्ता मिलता रहेगा लेकिन पीएचक्यू में उन्हें रोज हाजिरी देनी होगी।
जीपी सिंह का सस्पेंशऩ ऑर्डर यहां पढ़ें-
गौरतलब है कि एसीबी के पूर्व प्रमुख और मौजूदा चंदखुरी पुलिस एकेडमी के एडीजी जीपी सिंह पर अनुपातहीन संपत्ति जुटाने के गंभीर आरोप लगे हैं। एसीबी चीफ शेख आरिफ के नेतृत्व में की गई जांच पड़ताल में जीपी सिंह के रायपुर सिविल लाइन स्थित बंगले से करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनमें 70 से ज्यादा बीमा पॉलिसियों, जमीन, फार्म हाउस और नकदी की बरामदगी का जिक्र है। हालांकि एसीबी अभी जांच की प्रक्रिया में ही है। पूरा खुलासा एसीबी की ओर से नहीं किया गया है। एडीजी जीपी सिंह के करीबी प्रीतपाल सिंह चंडोक और अन्य लोगों पर भी एसीबी का शिकंजा कस चुका है। जीपी सिंह के एचयूएफ खाते और ओडिशा में किये गये उनके निवेश को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद निलंबित होने वाले जीपी सिंह चौथे आईपीएस अफसर हैं। जीपी सिंह से पहले मयंक श्रीवास्तव, मुकेश गुप्ता और रजनेश सिंह को राज्य सरकार निलंबित कर चुकी है।