रायपुर
लोकसभा चुनाव के बाद कई राज्यों में चुनाव हार चुकी कांग्रेस अपने संगठन में बदलाव कर सकती है। संगठन में बदलाव को लेकर सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सीनियर नेता भूपेश बघेल को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं, राज्य के संगठन में भी बदवाल की अटकलें हैं। दीपक बैज की जगह टीएस सिंहदेव को प्रदेश का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हाल ही में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा था कि अगले विधानसभा चुनाव टीएस सिंहदेव के नेतृत्व में होंगे। लेकिन पार्टी के बड़े नेता इस बारे में सीधे कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
रायपुर एयरपोर्ट में मीडिया से बातचीत के दौरान जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के बारे में कोई भी टिप्पणी करने का अधिकार केवल पार्टी की हाईकमान को है। संगठन में प्रदेश स्तर की नियुक्तियों पर फैसला केवल हाईकमान द्वारा लिया जाएगा। हम इस मामले में न तो कोई टिप्पणी करते हैं, न ही इसके लिए अधिकृत हैं। यह पूरी तरह से हाईकमान का विशेषाधिकार है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब के प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद 19 फरवरी को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने नए प्रभारियों को बैठक बुलाई है जिसमें बघेल शामिल होंगे। नई भूमिका को लेकर उन्होंने कहा कि वे दिल्ली जाकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद करेंगे और दी गई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 14 फरवरी को पार्टी में संगठनात्मक फेरबदल करते हुए नए महासचिवों और कई राज्यों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन को महासचिव नियुक्त किया गया है। बघेल को पंजाब और नसीर हुसैन को जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख का प्रभार भी दिया गया है।