रायपुर
छत्तीसगढ़ में विधानसभा बजट सत्र के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित निवास पर छापेमारी की है। इसके अलावा जांच एजेंसी ने कुल 14 ठिकानों पर दबिश दी, जहां दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इस कार्रवाई से प्रदेश की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। ED की छापेमारी पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा, ‘कोई इस बात से कैसे इनकार कर सकता है कि बघेल के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए हैं? ईडी की कार्रवाई लंबे समय से चल रही है। ऐसा नहीं है कि आज अचानक कोई कार्रवाई की गई है। ईडी लंबे समय से जांच कर रही है। जांच की प्रक्रिया में, उन्हें कुछ तथ्य और संदेह मिले होंगे और उसके आधार पर ईडी ने यह कार्रवाई की है। यदि आपकी कोई भूमिका नहीं है, तो डरने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है।’ अरुण साव ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी बचाव में कुछ भी कहती है।
इससे पहले, भूपेश बघेल के कार्यालय से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट किया गया कि जब सात साल से चल रहा झूठा मामला अदालत में खारिज हो गया, तो अब ईडी उनके भिलाई स्थित आवास में पहुंच गई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस साजिश के जरिए कांग्रेस को रोकने की कोशिश की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से ही वे ईडी के रडार पर थे।