रायपुर, 3 जुलाई 2021
स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मोहल्ला क्लास में पढ़ाई कर रहे बच्चों और उनके अभिभावकों से बातचीत की। बच्चों ने स्कूल शिक्षा मंत्री को पाठ पढ़कर सुनाया और उनके प्रश्नों के जवाब दिए। स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों को शाबाशी दी। उन्होंने स्कूली बच्चों को पाठ्यपुस्तकों का वितरण भी किया।
मोहल्ला क्लास में सोशिल डिस्टेंसिंग
मोहल्ला क्लास के औचक निरीक्षण के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री टेकाम को शिक्षकों ने बताया कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए मोहल्ला क्लास का आयोजन किया जा रहा है। मोहल्ला क्लास में बच्चे पढ़ने आने लगे हैं। इसके लिए बच्चों के पालकों से अनुमति भी ली गई है। गर्मियों की छुट्टी में बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए आमाराईट परियोजना के अंतर्गत विभिन्न प्रोजेक्ट का कार्य दिया गया, बच्चों ने इसे बड़ी रूचि से पूरा किया और अपने प्रोजेक्ट के कार्य का प्रदर्शन भी किया। स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों को नियमित कक्षा में आने और अधिक समय तक कक्षा में सीखने-सीखाने का नियमित अभ्यास करने की समझाईश दी। उन्होंने शिक्षकों को बच्चों को दिए जाने वाले अभ्यास पुस्तिका को घर पर हल करने और इस कार्य का आंकलन कर सुधार के लिए फीडबैक देने कहा। शिक्षकों ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार बच्चों को जुलाई माह में पिछली कक्षा की महत्वपूर्ण मूलभूत ज्ञान की जानकारी दी जा रही है, ताकि यह बच्चे वर्तमान कक्षा के स्तर अनुसार आगे की पढ़ाई कर सके।
रंगमंच पर लग रही हैं क्लास
चंदखुरी के शासकीय मीडिल स्कूल, प्राथमिक स्कूल और गांव के रंगमंच में लग रहे मोहल्ला क्लास में स्कूल शिक्षा मंत्री को बच्चों ने सौ दिन सौ कहानियां द्विभाषी पुस्तक की रोचक कहानी के बारे में बताया। इन स्कूलों के प्राचार्यो ने शाला प्रवेश की जानकारी दी। शासकीय हाई स्कूल पचेड़ा में कक्षा 12वीं और कक्षा 10वीं की मोहल्ला क्लास संचालन शुरू कर दिया गया है। निरीक्षण के दौरान कक्षा 10वीं की मोहल्ला क्लास में बच्चों को इतिहास विषय में प्रथम विश्व युद्ध पर चर्चा का पाठ पढ़ाया जा रहा था।
क्लास के बाद बच्चों का टेस्ट
स्कूल शिक्षा सचिव और आयुक्त लोक शिक्षण डॉ.कमलप्रीत सिंह ने शिक्षकों से कहा कि मोहल्ला क्लास निरंतर दी जाए। कक्षा 10वीं और 12वीं के बच्चों को पढ़ाने के लिए विषयवार मोहल्ला कक्षा ली जा सकती हैै। उन्होंने मोहल्ला क्लास से अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ने के लिए शिक्षकों से प्रयास करने कहा। जुलाई माह में अनिवार्य रूप से सेतु पाठ्यक्रम को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लास में बच्चों का टेस्ट लिया जाए और टेस्ट में लिए गए अंकों का रिकार्ड स्कूल में सुरक्षित रखा जाए।