मुंगेली/लोरमी/छत्तीसगढ़ में लंबे समय के बाद मुंगेली जिले के अचानकमार टाइगर रिजर्व के लमनी इलाके में बाघ की धमक फिर से सुनाई देने लगी है. बता दें कि लमनी इलाके में दियाबार जंगल में एक व्यक्ति पर बाघ ने हमला कर दिया है. बाघ के हमले में व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया है. व्यक्ति की पहचान शिवसिंह के रूप में हुई है, जिसे गनियारी अस्पताल में प्राथमिक इलाज देने के बाद बिलासपुर के सिम्स रेफर कर दिया गया है।
बता दें कि मिली रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ के टाइगर रिजर्व में हाल के दिनों में हुए फेस-4 की गणना में महज 10 बाघों के ही प्रमाण मिले हैं. जिसमें अचानकमार और इंद्रावती टाइगर रिजर्व में पांच-पांच बाघ मिले हैं. जबकि उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व में एक भी बाघ के निशान नहीं मिले हैं।
व्यक्ति पर बाघ का हमला
एक तरफ जहां गणना रिपोर्ट में प्रदेश और अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की घटती संख्या को लेकर बहस छिड़ी हुई है। वहीं दूसरी तरफ एकाएक बाघ की दहाड़ सुनाई देना और फिर व्यक्ति पर हमला होना कई सवाल खड़े कर रहा है।
बाघों की सुरक्षा भगवान भरोसे
दरअसल, कई महीनों से तो वन विभाग के ट्रैप कैमरे में भी बाघ नहीं दिखा है. वहीं बाघों के संरक्षण के लिए अचानकमार टाइगर रिजर्व तो बनाया गया, लेकिन यहां इनकी सुरक्षा भगवान भरोसे ही है. क्योंकि नाम मात्र के लिए कार्यालय मात्र खोल देने से बाघों की सुरक्षा नहीं की जा सकती. इसका एक कारण यह भी है कि टाइगर रिजर्व से जुड़े सभी अधिकारी बिलासपुर में रहते हैं. ऐसे में जंगल इलाके में इनके दर्शन बाघ के दर्शन से भी दुर्लभ है।