नई दिल्ली, 17 अगस्त 2021
बता दें कि जून महीने में रूचि सोया ने इस FPO के लिए पेपर दाखिल किए थे. इस FPO से हासिल आधे से अधिक पैसे का इस्तेमाल कंपनी के कर्ज के बोझ को घटाने में किया जाएगा. इस FPO से कंपनी को सेबी के निम्नतम 25 फीसदी पब्लिक शेयर होल्डिंग नियम का पालन करने में सहायता मिलेगी.
कम से कम 9 फीसदी शेयर बेचने होंगे
बता दें कि Securities Contract (Regulation) Rules, 1957 के मुताबिक, किसी लिस्टेड कंपनी में निम्नतम पब्लिक शेयर होल्डिंग 25 फीसदी होनी चाहिए. इस नियम को पूरा करने के लिए रूचि सोया के प्रमोटरों को इस राउंड में कम से कम 9 फीसदी शेयर बेचने होंगे.
कर्ज उतारने में मदद मिलेगी
2019 में पतंजलि आयुर्वेद ने रुचि सोया को इनसॉल्वेंसी प्रॉसेस के तहत 4,350 करोड़ रुपये में अधिग्रहीत किया था. रूचि सोया मुख्य रूप से तिलहन की प्रोसेसिंग, खाद्य तेलों की रिफाइनिंग, और सोया प्रोडक्ट्स के उत्पादन का काम करती है. Mahakosh, Sunrich, Ruchi Gold और Nutrela कंपनी के प्रसिद्ध ब्रांड है.
बता दें कि बाबा ने हाल ही में कहा था कि उनका लक्ष्य जल्द से जल्द इस कंपनी को कर्जमुक्त बनाना है. कंपनी का कहना है कि एफपीओ से मिलने वाली रकम में से 2,663 करोड़ रुपये कर्ज उतारने में और 593.4 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल पर खर्च किए जाएंगे.