रायपुर, 05 जनवरी 2022

कांग्रेस सरकार के 3 साल के शासनकाल में पंजीकृत किसानों की संख्या  15 लाख से बढ़कर 24 लाख पहुंच गई वहीं पंजीकृत रकबा भी  24 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 30 लाख हैक्टेयर पर पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने फसल विविधिकरण हेतु प्रत्येक विकासखंड में कार्यशाला का आयोजन कर किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिये हैँ।

मुख्यमंत्री इस वक्त अपने निवास कार्यालय में अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं जिसमें अलग-अलग विभागों के काम काज और योजनाओं की समीक्षा की जा रही है।

राज्य में विभिन्न प्रकार की रबी फसलों की 12 लाख 35 हजार हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है, जो कि इस साल रबी सीजन के लिए निर्धारित लक्ष्य का 67 प्रतिशत है। रबी बोनी के लिए इस साल 18 लाख 50 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित है। दलहनी फसलों में तिवड़ा की बुआई लक्ष्य से अधिक हुई है। राज्य में इस साल 2 लाख 46 हजार हेक्टेयर में तिवड़ा बोनी लक्ष्य के विरूद्ध इसकी बोनी 2 लाख 54 हजार 920 हेक्टेयर में हुई है, जो कि लक्ष्य का 104 प्रतिशत है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक राज्य में 1 लाख 68 हजार 840 हेक्टेयर में गेहूं, 46 हजार 740 हेक्टेयर में मक्का, 6 हजार 280 हेक्टेयर में जौ-ज्वार तथा 53 हजार 20 हेक्टेयर में मोटे अनाज की बोनी पूरी कर ली गई। दलहनी फसलों की बुआई 7 लाख 8 हजार 380 हेक्टेयर में हुई है, जिसमें चना की 3 लाख 44 हजार 410 हेक्टेयर में, मटर की 39 हजार 560 हेक्टेयर में, मसूर की 27 हजार 840 हेक्टेयर में, मूंग की 9 हजार 70 हेक्टेयर में, उड़द की 6 हजार 360 हेक्टेयर में, तिवड़ा की 2 लाख 54 हजार 920 हेक्टेयर में, कुल्थी की 20 हजार 500 हेक्टेयर में तथा अन्य दलहन फसलों की 5 हजार 720 हेक्टेयर में बुआई पूरी कर ली गई है।

इसी प्रकार राज्य में 3 जनवरी तक तिलहनी फसलों की बुआई 1 लाख 65 हजार 700 हेक्टेयर में हो चुकी है। जिसके अंतर्गत अलसी की बुआई 35 हजार 490, राई सरसों की 1 लाख 20हजार 490 हेक्टेयर में, तिल की 1050 हेक्टेयर में सूरजमुखी 840 हेक्टेयर, कुसुम की 3470, मुंगफली की 4060 तथा अन्य तिलहनी फसल की बोनी 300 हेक्टेयर में पूरी हो चुकी है। राज्य में गन्ने की बुआई 14 हजार 70 तथा साग-सब्जी की 1 लाख 15 हजार 140 हेक्टेयर में बुआई की जा चुकी है।

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