बलौदाबाजार: कसडोल पुलिस को बलौदाबाजार के बहुचर्चित हत्याकांड में बड़ी सफलता मिली है। तक़रीबन डेढ़ साल की छानबीन के बाद मामले में पुलिस ने मृतक रिंकू सेन के पिता के व्यवसाइक प्रतिद्वंदी शुक्ला परिवार के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल बलौदाबाजार के कसडोल थाने में 15 महीने पहले 5 साल के रिंकू सेन के लापता होने की खबर सेन परिवार ने दर्ज कराई थी। जिसके तीन दिन बाद मृतक रिंकू सेन के घर से 3 किलोमीटर की दूरी पर खेत मे मासूम की साड़ी गली लाश मिली थी। उस समय पुलिसिया छानबीन में कुछ खास जानकारी नही मिल पाई थी।
जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने मुख्यमंत्री भुपेश बघेल से गुहार लगाई थी। जिस पर मामले में मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने प्ळ आनंद छाबड़ा को मामले की छानबीन करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद बलौदाबाजार SP नीथू कमल के नेतृत्व में बनी टीम ने मामले में बारीकी से छानबीन कर आरोपियों को खोज निकाला।
दरअसल मृतक रिंकू सेन के पिता और आरोपी शुक्ल परिवार के बीच पुरानी रंजिश थी। जिसके आधार पर सेन परिवार बार बार शुक्ला परिवार पर सीधे तौर पर पहले से ही उसके बच्चे की हत्या की आशंका जता रहा था। पुलिस द्वारा शुक्ला परिवार को अरेस्ट कर कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने काबुल किया की 16.4.2018 को शुक्ला परिवार के घर के पास बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। उसी दौरान खेल खेल में ही रिंकू सेन के सिर में बैट लग जाने से बच्चा बेहोश हो गया। उस दौरान शुक्ला परिवार द्वारा बच्चे को पानी पिलाकर मुह धोकर होश में लाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन बच्चे को होश नही आया।
चुकी रिंकू सेन के पिता और शुक्ल परिवार के बीच शराब बेचने को लेकर पुरानी रंजिश थी। इस लिए घबरा कर शुक्ला परिवार के रमेश शुक्ला ने गमछे से बच्चे का मुह बांध कर मार दिया और बॉडी को घर के शौचालय में रखे ड्रम में छुपा दिया। लेकिन गांव में पुलिस के बढ़ते दबाव के कारन आधी रात को घर से 3 किलोमीटर दूर खेत मे फेंक दिया। जिसके बाद अगले दिन सदी गली अवस्था मे खेत मे मिली।
पुलिस ने आरोपी शुक्ला परिवार के कई सदस्यों को आरोपियों द्वारा फेंके गए समान की निशानदेही पर हिरासत में लेकर न्यायायिक रिमांड में लेकर न्यायालय में पेश किया है।