नई दिल्ली, 19 मार्च 2022
LPG सिलेंडर की बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार के विचार अभी सामने नहीं आए हैं. लेकिन सरकार के एक आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) में इसके संकेत मिल रहा है कि उपभोक्ता एक सिलेंडर के लिए 1000 रुपये तक देने के लिए तैयार हैं. सूत्रों के मुताबिक, एलपीजी सिलेंडर को लेकर सरकार दो रुख अपना सकती है. पहला, या तो सरकार बिना सब्सिडी के सिलेंडर सप्लाई करे. दूसरा, कुछ चुनिंदा उपभोक्ताओं को भी सब्सिडी का लाभ दिया जाए.
सब्सिडी पर क्या है सरकार का प्लान?
सब्सिडी देने के बारे में सरकार की तरफ से अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है. लेकिन अब तक मिली जानकारी के अनुसार, 10 लाख रुपये इनकम के नियम को लागू रखा जाएगा और उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी का लाभ मिलेगा. आपको बता दें कि बाकी लोगों के लिए सब्सिडी खत्म हो सकती है.
सब्सिडी पर सरकार करती है इतना खर्च
आपको बता दें कि पिछले कई महीनों से एलपीजी पर सब्सिडी आने लगी है. सब्सिडी पर सरकार का खर्च वित्तीय वर्ष 2021 के दौरान 3,559 रुपये रहा. वित्तीय वर्ष 2020 में यह खर्च 24,468 करोड़ रुपये का था. दरअसल ये डीबीटी स्कीम के तहत है जिसकी शुरुआत जनवरी 2015 में की गई थी जिसके तहत ग्राहकों को गैर सब्सिडी एलपीजी सिलेंडर का पूरा पैसा चुकाना होता है. वहीं, सरकार की तरफ से सब्सिडी का पैसा ग्राहक के बैंक खाते में रिफंड कर दिया जाता है. चूंकि यह रिफंड डायरेक्ट होता है, इसलिए स्कीम का नाम DBTL रखा गया है.
लगातार बढ़ रही है कीमत
गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ती ही जा रही है. पिछले साल यानी साल 2021 में गैस सिलेंडर की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. नए साल में अब तक घरेलू गैस की कीमत का कोई भी अपडेट नहीं आया है.