जयपुर:- राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच शुक्रवार को जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में ही बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों को कोर्ट के नोटिस दिए गए. जैसलमेर डीजे के रीडर ने होटल में नोटिस तामील करवाए. नोटिस तामील होने से राजनैतिक क्षेत्रों में आश्चर्य का माहौल है. पहले कांग्रेस द्वारा बसपा से शामिल हुए विधायकों को कहीं और शफ्ट किए जाने की खबर थी ताकि नोटिस तामील न होने पर कोर्ट की कार्यवाही आगे न बढ़ सके. लेकिन गहलोत कैम्प ने आज सभी को एक “सरप्राइज” दिया है और न्यायिक जगत में गहलोत के रणनीतिकारों की प्रतिष्ठा बढ़ी है.

नोटिस मिलने के बाद बसपा विधायकों ने कहा कि हमने सहर्ष नोटिस स्वीकार किये हैं. उन्होंने कहा कि हमने टीम से एक ही नोटिस लिए हैं. सभी विधायक टीम को एक जगह ही मिले. लेकिन अब सभी नोटिस महेश जोशी को सौंपने की खबर है. सभी विधायकों ने जोशी के हाथ नोटिस दिए हैं. 6 विधायकों को नोटिस मिलने के दौरान एसपी भी मौके पर मौजूद रहे. वहीं कोर्ट का नोटिस तामील कराने के मामले पर होटल में हलचल बढ़ गई है. वहीं सीएम गहलोत भी आज शाम जैसलमेर जाएंगे.

इससे पहले गुरुवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में विलय के मामले को एक बार फिर से एकलपीठ को भेज दिया. मुख्य न्यायाधीश इन्द्रजीत महांति और जस्टिस प्रकाश गुप्ता की खण्डपीठ ने बसपा और भाजपा विधायक मदन दिलावर की अपील पर सुनवाई करते हुए 8 अगस्त तक बसपा के सभी 6 विधायकों को नोटिस सर्व कराने की व्यवस्था की है. लेकिन साथ ही एकलपीठ को निर्देश दिये है कि वो 11 अगस्त का सुनवाई करते हुए उसी दिन बसपा और मदन दिलावर की याचिकाओं पर फैसला भी दे. खण्डपीठ के इस फैसले के बाद फिलहाल तो मुख्यमंत्री खेमे को राहत मिल गई है लेकिन अब 11 अगस्त को एकलपीठ का फैसला ही सरकार का भाग्य तय कर सकता है. बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय को लेकर स्टे एप्लीकेशन पर एकलपीठ उसी दिन फैसला सुनाएगी.

By:- भूपेंद्र शर्मा, संपादक, राजस्थान

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