रायपुर, 14 मई 2022

प्रदेश के शिक्षकों को शराब पीकर झूमते – डोलते हुए क्लास में आने वाला बयान देकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सत्ता पक्ष के निशाने पर आ गए हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि शिक्षकों को शराबी कहकर धरमलाल कौशिक ने अपने मानसिक दिवालियेपन का परिचय दिया है।

धनंजय ठाकुर ने कहा कि धरमलाल कौशिक नेता प्रतिपक्ष जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं लेकिन नौनिहालों के भविष्य की नींव रखने वाले शिक्षकों को वो शराबी मानते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कौशिक से उनके इस यान के लिए प्रदेश के समस्त शिक्षक जगत से माफी मांगने की मांग की है। धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि ये वही शिक्षक हैं जो कोविड के दौरान महामारी का खतरा था, जब सभी को एक दूसरे से दूरियां बनानी थी, स्कूल कॉलेज बन्द थे, तब भी ऑनलाइन माध्यम से , मोहल्ला क्लास एवं अन्य माध्यमों से पेड़ के नीचे चबूतरा में, तो गांव में लाउडस्पीकर लगाकर घरों में रह रहे बच्चों को पढ़ाई कराते रहे। ऐसे कठिन समय में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन किये और प्रदेश के आने वाले भविष्य को संवारने का काम किये है।

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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यह पहला अवसर नहीं है जब भाजपा के नेताओं ने किसी वर्ग को अपमानित करने वाला बयान दिया हो। इसके पहले भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने छत्तीसगढ़ की चुनी हुई सरकार को थूक में बहाने की बात कहकर छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता का अपमान किया था। किसान आंदोलन के दौरान आंदोलन में शामिल किसानों को सांसद संतोष पांडे ने नक्सली बताया था।  कोविड-19 के समय सांसद सुनील सोनी ने एम्स में इलाज करा रहे एक वर्ग विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पूर्व मंत्री भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया था।  अजय चंद्राकर गोबर खरीदी योजना के दौरान राजकीय चिन्ह का अपमान कर चुके हैं। असल में यही भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा है।

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