Category: संपादकीय

नरेन्द्र मोदी कार्यकाल में बदल रही है भारत की विदेश नीति, गुटनिरपेक्षता के लबादे से बाहर आ रहा है भारत।

नई दिल्ली, 30 अक्टूबर 2019 राजनीति शास्त्र की पढ़ाई करने वाले किसी विद्यार्थी या फिर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे किसी छात्र को अगर भारत की विदेश नीति…

राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व को तरस रही कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में मिला भूपेश बघेल का मजबूत हाथ, संस्कृति से जुड़कर छत्तीसगढ़ियों के दिल में उतरी सरकार।

रायपुर, 9 अक्टूबर 19 विश्व आदिवासी दिवस, छठ पूजा, हरेली, तीजा-पोला और कर्मा जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर चुकी भूपेश सरकार ने गौरी-गौरा उत्सव भी धूमधाम से मनाने…

आखिर गोडसे की जमात कब समझेगी कि गांधी और बुद्ध कभी मरा नहीं करते !

साभार : समरेन्द्र सिंह मोहनदास करमचंद गांधी को हम एमके गांधी, मिस्टर गांधी, महात्मा गांधी कहें, या बापू और राष्ट्रपिता कहें, या फिर कुछ न कहें इससे उन्हें क्या फर्क…

मंतूराम पवार अब सच बोल रहे हैं, या पहले झूठ बोल रहे थे ? 60 के दशक में शुरु हुआ था भारतीय सियासत में ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ का कारोबार।

संपादकीय, 21 सितंबर 2019 छत्तीसगढ़ की सियासत में बीते कुछ हफ्तों से मीडिया की सुर्खियों में छाये हुए मंतूराम पवार ने राज्य की राजनीति को एक ऐसे दिलचस्प मोड़ पर…

राष्ट्रवाद की रोटी से पेट नहीं भरता साहब ! घर चलाने के लिए रोजगार, चलने के लिए गाड़ी और थाली में निवाला होना जरूरी है।

संपादकीय, 5 सितंबर 2019 सन् 1875 में ‘भारत दुर्दशा’ नाटक की रचना करके कविवर भारतेंदु हरिश्चन्द्र ने सिर्फ इतना ही लिखा था कि “रोअहू सब मिलिकै आवहु भारत भाई। हा…

राजस्थान विश्वविद्यालय में इस बार बेटियों ने फहराया परचम, तीन सीट पर जमाया कब्जा

जयपुर:- राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में इस बार बेटियों ने परचम फहराया है. आज घोषित हुए परिणामों में लड़कियों ने चार में से तीन सीट पर कब्जा जमाया है. अध्यक्ष…

आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा थे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी, 75वीं जयंती पर विशेष आलेख।

विशेष आलेख, 21 अगस्त दीपक कुमार त्यागी, स्वतंत्र पत्रकार व स्तंभकार 20 अगस्त 1944 को जन्मे स्वर्गीय राजीव गाँधी एक ऐसे दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने देशवासियों को 21वीं सदी के…

क्या वक्त के साथ कांग्रेस को आ गई है समझ ? चाय और पकौड़े बेचने को अब बुरा नहीं मानते भूपेश बघेल !

रायपुर, 20 अगस्त इस खबर को आप पढ़ना शुरु करें…उससे पहले ये दो तस्वीरें देख लीजिये..तस्वीरों को सिर्फ देखिये ही नहीं बल्कि समझने की कोशिश भी करिये कि वक्त का…

तकनीकी युग में टूटती सामाजिक वर्जनाएं और वायरल के नाम पर बदनाम होती निजी ज़िंदगी।

संपादकीय, 30 जुलाई सूचना और तकनीक के क्रांति युग में अश्लील फोटो और अश्लील वीडियोज के लीक होकर वायरल होने का सिलसिला जारी है। बेहद सतर्कता बरतकर बनाये गये या…

खतरा नहीं वरदान है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी, 18 साल पहले किडनैप हुए बच्चे को फेसएप ने परिवार से मिलाया !

तकनीक का सही इस्तेमाल आपकी दुनिया बदल सकता है रूसी कंपनी वायरलैस लैब के जनवरी 2017 में लांच हुए लोकप्रिय एप फेसएप की वजह से बीजिंग में 18 साल पहले…