रायपुर, 14 जुलाई 2020

सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये हैं। इस बार एक भी छात्र 12वीं कक्षा में फेल नहीं हुआ है। 12वीं में पास हुए छात्र-छात्राओं के सामने अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि 12वीं के बाद अब क्या करें ? किस कोर्स में दाखिला लें ? उच्च शिक्षा की पढ़ाई करें या फिर नौकरी करें ? ऐसे तमाम सवाल इस वक्त 12वीं में पास होने वाले स्टूडेंट्स के दिमाग में उमड़-घुमड़ रहे होंगे। कुछ स्टूडेंट्स का विज़न स्पष्ट होता है, क्योंकि ऐसे स्टूडेंट्स के पास कोई न कोई गुरु अथवा मार्गदर्शक होता है। जो उनके करियर की आगे की राह चुनने में सहायता करता है। लेकिन कई स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जिन्हें कोई मागर्दशन प्राप्त नहीं हो पाता है। ऐसे स्टूडेंट्स के इन तमाम सवालों के जवाब ये लेख देता है।

12वीं के बाद कौनसे कोर्स करें

12वीं पास करने के बाद अगर आप आगे पढाई करना चाहते है तो आपको उसके लिए ग्रेजुएशन डिग्री करनी होगी। ग्रेजुएशन में आप अपने रुचि के अनुसार और क्वालिफिकेशन के हिसाब से अपनी पसंद का कोर्स और कॉलेज चुन सकते है। जब ग्रेजुएशन की बात आती है तो लोग सरकारी कॉलेज से ग्रेजुएशन करना पसंद करते है। लेकिन अब प्राइवेट कॉलेज भी बहुत खुल गए जहां अच्छी पढाई होती है। ग्रेजुएशन कोर्स को मुख्यतः 3 स्ट्रीम/फील्ड में बांटा गया है।

  1.  आर्ट्स
  2. कॉमर्स
  3. विज्ञान

अब हर स्ट्रीम के अलग-अलग कोर्स और उन कोर्स को करने के बाद अलग-अलग करियर विकल्प सामने आते हैं।

  1. आर्ट्स स्ट्रीम

आर्ट्स स्ट्रीम में सबसे ज्यादा विकल्प होते हैं विशेषज्ञता के लिए। आर्ट्स फील्ड को परिभाषित करना बहुत मुश्किल है क्योंकि इसमें अलग-अलग प्रोफेशन होते है जो एक दूसरे से एकदम अलग होते है, लेकिन इस फील्ड में ही सबसे ज्यादा करियर के विकल्प होते है।

12वीं आर्ट्स के बाद (12th Arts Stream ke baad)

आर्ट्स कोर्स अमूमन 3 साल का होता है।

1. बी.ए. की फुलफॉर्म होती है बैचलर ऑफ़ आर्ट्स। बी.ए. कोर्स अलग-अलग स्पेशलाइजेशन में किया जा सकता है, बी.ए. कोर्स भी दो प्रकार से होता है एक होता है पास कोर्स जिसमें सामान्य रूप से किन्हीं तीन विषयों का चयन कर हिंदी और अंग्रेजी अनिवार्य विषय के साथ पढ़ाई करनी होती है। दूसरा होता है बी.ए. ऑनर्स कोर्स। इसमें किसी एक विषय को ऑनर्स कोर्स के तौर पर चुना जाता है जबकि दूसरे विषय को सब्सिडियरी कोर्स के तौर पर चुना जाता है, इसमें भी हिंदी और अंग्रेजी विषय अनिवार्य विषय के तौर पर होते हैं। बी.ए. कोर्स के प्रकार इस प्रकार होते हैं। :

  • बीए मनोविज्ञान
  • बीए इतिहास
  • बीए पुरातत्व
  • बीए अर्थशास्त्र
  • बीए पत्रकारिता
  • बीए अंग्रेजी
  • बीए हिंदी
  • अन्य भाषाओं में बीए (राज्यवार) / विदेशी भाषाएं, जैसे बीए फ्रेंच
  • बीए समाजशास्त्र
  • बीए राजनीति
  • बीए भूगोल
  • बीए भारतीय संस्कृति
  • बीए सामाजिक कार्य आदि।

बी.ए. करने के बाद करियर के विकल्प :

  • शिक्षा क्षेत्र (शिक्षक / प्रोफेसर)
  • अखिल भारतीय सिविल सेवा / राज्य सेवा / अधीनस्थ सेवा
  • एनडीए, सीडीएस, सीपीओ
  • मीडिया (पत्रकारिता)
  • एनजीओ (सामाजिक कार्यकर्ता)
  • मीडिया (कॉपी राइटर)
  • राजनीति
  • दूतावास (अनुवादक)
  • अस्पताल / गैर सरकारी संगठन (मनोवैज्ञानिक)

2. बी.एच.एम. – बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट

3. बी.जे.एम.सी. – बैचलर ऑफ जर्नलिज़्म एंड कम्यूनिकेशन

करियर के विकल्प:

  • कॉपी राइटर
  • पत्रकारिता
  • न्यूज ऐंकर
  • फिल्म संपादक
  • मीडिया प्लानर
  • जनसंपर्क कार्यकारी
  • प्रकाशन कार्यकारी
  • विज्युलाइजर

4. डी.ईएल.ईडी. – डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एज्यूकेशन

5. बी.एफ़.ए. – बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स

करियर के विकल्प:

  • आर्ट टीचर
  • लेखक
  • फाइन आर्टिस्ट
  • शिल्प कलाकार
  • मल्टीमीडिया कलाकार
  • कला निर्देशक
  • अभिनेता

6. बी. एसडबल्यू – बैचलर ऑफ सोशल वर्क

7. एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया कोर्स

करियर विकल्प:

  • इलुस्ट्रेटर
  • इमेज मैनिपुलेटर
  • ग्राफिक डिजाइनर
  • छायाकार
  • फोटोग्राफर
  • 3डी एनिमेटर
  • 2डी एनिमेटर
  • विडियो एडिटर
  • गेम डिजाइनर
  • 2डी एनिमेटर
  • 3डी एनीमेटर
  • एनिमेटर
  • छायाकार
  • ग्राफिक डिजाइनर
  • फोटो एडिटर

8. एविएशन कोर्स

  • ग्राउंड स्टाफ जॉब्स
  • एयर होस्टेस/फ्लाइट एटेंडेंट

कोर्स की अवधि: 3-4 साल

9. बी.टी.टी.एम. – बैचलर ऑफ ट्रेवल एंड टूरिज़म मैनेजमेंट

10. बी.ई.एम. – बैचलर ऑफ इवेंट मैनेजमेंट

11. बी.एफ़.डी. – बैचलर ऑफ फैशन डिजाइनिंग
अगर आपको फैशन इंडस्ट्री में रुचि है तो आप इस कोर्स को कर सकते है।

  • फैशन डिजाइनर
  • फैशन पत्रकारिता और प्रकाशन
  • फैशन मार्केटिंग और पीआर
  • फैशन मर्चेंडाइजिंग और फैशन बाइंग
  • फैशन उत्पादन और प्रबंधन
  • फैशन स्टाइलिस्ट
  • फिल्में
  • फ्रीलांसर
  • पत्रिका
  • टीवी चैनल
  • फैशन कंसल्टेंट्स

12. बी.ईएल.ईडी. – बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एज्यूकेशन
अगर आप प्राइमरी टीचर बनना चाहते है तो यह कोर्स कर सकते है। यह कोर्स टीचिंग में करियर बनाने वालों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।

कोर्स की अवधि: साल

13. इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स – बी.ए. + एल.एल.बी.

अगर आप लॉयर (अधिवक्ता) बनना चाहते है तो आप ये डिग्री करें।

कोर्स की अवधि: साल

14. बी.पी.ईडी. – बैचलर ऑफ फिजिकल एज्यूकेशन

12वीं कॉमर्स के बाद क्या करें ?

जो छात्र-छात्राएं वाणिज्य या कॉमर्स से 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं। वे बी.कॉम, बी.बी.ए, बी.बी.आई, सीए, बीएमएस आदि कोर्स कर सकते हैं। इन कोर्सेज के बाद आप अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, बैंक, मैनेजमेंट आदि में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

करियर के विकल्प: बैचलर ऑफ कॉमर्स [बी

  1. बी.कॉम/बी.कॉम (ऑनर्स)]
  2. व्यवसाय प्रशासन स्नातक (बीबीए)
  3. प्रबंधन अध्ययन स्नातक (बीएमएस)
  4. 12वीं वाणिज्य के बाद (12th Commerce Stream ke baad)

बी.कॉमबीबीएबीएमएस के बाद करियर के अवसर:

  • प्रशासन और संचालन
  • परियोजना प्रबंधन (कार्यकारी स्तर)
  • उद्यम प्रबंधन
  • मानव संसाधन प्रबंधन और विकास
  • ग्राहक प्रबंधन
  • डेटा प्रबंधन और सिस्टम विश्लेषण
  • बिक्री और विपणन
  • वित्तीय प्रबंधन
  • संचार प्रबंधन

इंडस्ट्री और सेक्टर

  • बैंकिंग
  • कंसल्टेंसी
  • डिजिटल मार्केटिंग
  • मनोरंजन
  • फाइनेंस
  • सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी)
  • बीमा
  • मीडिया
  • ऑफलाइन मार्केटिंग
  • विनिर्माण
  • विज्ञापन

4. चार्टर्ड अकाउंटंसी
करियर : अकाउंटेंट, सीए

5. कंपनी सेक्रेटरी
करियर: सीएस

6. कोस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट
करियर: कोस्ट अकाउंटेंट

12वीं विज्ञान के बाद क्या करें ?

विज्ञान वर्ग को चुनने वाले विद्यार्थियों के पास भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान मूल विषय होते हैं तथा गणित और जीव विज्ञान में विकल्प होता है। अतः साइंस वर्ग के उम्मीदवारों के पास 12 वीं में पीसीएम (Physics, Chemistry, Maths) या पीसीबी (Physics, Chemistry, Biology) या पीसीबीएम (Physics, Chemistry, Biology and Maths) विषय होते हैं।

12th PCB के साथ (Physics, Chemistry, Biology)

कोर्स के विकल्प और करियर अवसर:

  1. डॉक्टर बनने के लिए 5 साल की बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी (एमबीबीएस) डिग्री करनी होगी।

2. डेंटिस्ट बनने के लिए 4 साल की बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) डिग्री करनी होगी।

3. नर्स बनने के लिए 4 साल की बी.एससी नर्सिंग डिग्री करनी होगी।

4. पैरामेडिसीन फील्ड में जा सकते है।

12th PCBM के साथ (Physics, Chemistry, Biology, Maths)

  • करियर के अवसर: फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी, ऑडियोलॉजी, नर्सिंग, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, प्रोस्थेटिक्स एंड आर्थोपेडिक्स, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, ओप्टोमीटर एंड ओफ्थल्मिक टेक्नोलॉजी, न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स।

5. फार्मासिस्ट बनने के लिए बी फार्मा डिग्री करनी होगी।

6. वेटेरीनरी डॉक्टर बनने के लिए 4 साल की बी.वी.एससी डिग्री करनी होगी।

इंजीनियरिंग और बाकी क्षेत्र में कोर्स के विकल्प:

1. इंजीनियर बनने के लिए बी.टेक (सॉफ्टवेयर इंजीनियर मैकेनिकल इंजीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर) डिग्री करनी होगी।

2. सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन डिग्री करनी होगी।

12th PCM के साथ (Physics, Chemistry, Maths)

  • कंप्यूटर में करियर के अवसर  इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी/सॉफ्टवेयर/सिस्टम्स-एप्लीकेशन प्रोग्रामर, डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजिस्ट, मेडिकल ट्रांस्क्रिप्शनिस्ट, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सिस्टम आर्किटेक्ट, टेक्नोलॉजी मैनेजर, वेब डेवलपर, मल्टीमीडिया डिज़ाइनर।
  • हार्डवेयर डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट इंजीनियर, डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट ऑफ़ कंप्यूटर हार्डवेयर, डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट ऑफ़ कस्टमाइज्ड माइक्रोप्रोसेसर, डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट ऑफ़ नेटवर्किंग हार्डवेयर, सर्विस मेंटेनेंस इंजीनियर/टेकनीशियन।

3. आर्किटेक्ट बनने के लिए बैचलर्स ऑफ़ आर्किटेक्चर डिग्री करनी होगी।

4. कमर्शियल पायलट बनने के लिए एयरक्राफ्ट ऑपरेशन्स एविएशन या एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग फील्ड में कोर्स करना होगा।

12वीं के बाद पॉलिटैक्निक कोर्स

पॉलिटैक्निक कोर्स एक बहुत अच्छा विकल्प है उन लोगों के लिए जो 10वीं के बाद सीधा अपना करियर शुरू करना चाहते है. पॉलिटैक्निक कोर्स में आपकी स्किल बेस्ड ट्रेनिंग होती है और पॉलिटैक्निक इंस्टीटूट्स देश भर में है।

12वीं के बाद आईटीआई कोर्स

आईटीआई का मतलब होता है ‘इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट’। आईटीआई में ट्रेड्स जैसे कि इलेक्ट्रीशियन प्लम्बर फिटर इत्यादि की वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है।

12वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स

आर्ट्स वर्ग में डिप्लोमा कोर्स

  • मल्टीमीडिया में डिप्लोमा
  • फोटोग्राफी में डिप्लोमा
  • यात्रा और पर्यटन में डिप्लोमा
  • इवेंट मैनेजमेंट में डिप्लोमा
  • खानपान संचालन में डिप्लोमा
  • 3डी एनिमेशन में डिप्लोमा
  • विज्ञापन और विपणन में डिप्लोमा
  • इंटीरियर डिजाइनिंग में डिप्लोमा
  • होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा
  • फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा
  • शारीरिक शिक्षा में डिप्लोमा
  • कंप्यूटर एप्लीकेशन में डिप्लोमा
  • विभिन्न भाषाओं में डिप्लोमा: फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश आदि …

कॉमर्स वर्ग में डिप्लोमा कोर्स

  • डिप्लोमा इन फाइनेंसियल अकाउंटिंग
  • डिप्लोमा इन रिटेल मैनेजमेंट

विज्ञान वर्ग में डिप्लोमा कोर्स

  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • जैव प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा
  • पोषण और आहार विज्ञान में डिप्लोमा
  • नर्सिंग में डिप्लोमा
  • कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • सूचना प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा

जॉब के अवसर:

  • मीडिया और विज्ञापन एजेंसी
  • विपणन एजेंसियां/कंपनियां
  • कॉर्पोरेट्स
  • बैंक
  • हॉस्पिटैलिटी सेक्टर
  • अस्पताल
  • सैलून / पार्लर
  • कपड़ा उद्योग
  • आईटी सेक्टर
  • फैशन उद्योग
  • फ्रीलांसर
  • व्यापार
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