प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने नालंदा जिला को दी 820 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात, 263 योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास

बिहार-नालंदा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में नालंदा जिले के सिलाव प्रखंड के नानन्द गांव स्थित बने कार्यक्रम स्थल से नालंदा जिले के लिए 820.72 करोड़ रुपये की कुल 263 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 361.66 करोड़ रुपये की 177 योजनाओं का उ‌द्घाटन और 459.05 करोड़ रुपये की 86 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री ने आज नालंदा जिले में विभिन्न जगहों पर विकासात्मक योजनाओं का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिलाव प्रखंड के नानन्द ग्राम में जल-जीवन-हरियाली अभियान योजना के अंतर्गत जीर्णोद्धार किए गए तालाब का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तालाब बहुत अच्छा बना है। मुख्यमंत्री ने वहां निर्मित हुनर पुस्तकालय भवन का भी फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने हुनर पुस्तकालय भवन का निरीक्षण कर वहां अध्ययनरत् बच्चे बच्चियों से बातचीत की और उनका उत्साहवर्द्धन किया।

मुख्यमंत्री ने तालाब के बगल में 19.22 लाख रुपये की लागत से निर्मित किए गए सामाजिक उत्थान पार्क का जायजा लिया। इस दौरान इस पार्क को संचालित करनेवाली जीविका दीदियों से मुख्यमंत्री ने बातचीत की और कहा कि यह पार्क अच्छा बना है, इसको ठीक ढंग से मेंटेन रखें। मुख्यमंत्री ने तालाब की देखभाल करने तथा नाव का संचालन करनेवाली जीविका दीदियों को प्रमाण पत्र दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परिसर काफी अच्छा बना है। तालाब के बगल में खूबसूरत पार्क है। यहां का दृश्य अच्छा है। गांव के लोग यहां घूमने-फिरने के साथ-साथ प्राकृतिक वातावरण का भी आनंद उठा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से कहा कि आपलोग इस परिसर का बेहतर ढंग से देखभाल करें। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम ‘जीविका’ दिया और इससे जुड़नेवाली महिलाओं को ‘जीविका दीदी’ नाम दिया। आपलोगों के उत्थान के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। आपसब मिल-जुलकर आगे बढ़िए। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने महादलित बस्ती, नानन्द का भ्रमण किया। वहां बनाए गए खेल मैदान का जायजा लिया और खिलाड़ियों को बास्केट बॉल प्रदान कर खेल का शुभारंभकिया। मुख्यमंत्री ने सामुदायिक भवन सह वर्कशेड का उद्घाटन कर जायजा लिया और बाल हृदय योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत पशु धन के हस्तांतरण का प्रमाण पत्र दिया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने नानन्द गांव में आयोजित कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग, कृषि विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग आदि के स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री निजी अन्य प्रजाति पौधशाला योजना, मुख्यमंत्री निःशक्त जन विवाह प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, देशी गौ-पालन प्रोत्साहन योजना, समेकित भेड़ एवं बकरी विकास योजना, समेकित मुर्गी विकास योजना और मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के लाभुकों को सांकेतिक चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने महादलित-दलित, अल्पसंख्यक, अति पिछड़ा, अक्षर आंचल साक्षरता केंद्र का उद्घाटन किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने पंचाने सिंचाई योजना के समेकित कमांड क्षेत्र का मानचित्र के जरिए अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदियों द्वारा जीविकोपार्जन हेतु की जा रही विभिन्न गतिविधियों एवं उत्पादों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत 10 हजार 922 स्वयं सहायता समूह को 263 करोड़ 32 लाख रुपये का, 10 हजार 775 स्वयं सहायता समूह को 29 करोड़ 11 लाख रुपये का और 2753 स्वयं सहायता समूह को 9 करोड़ 60 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों के स्टॉल पर लगाए गए विभिन्न उत्पादों को देखा और जीविका दीदियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में जब हमलोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला तो हमने देखा कि यहां स्वयं सहायता समूह की संख्या नाम मात्र की है। हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह की संख्या बढ़ानी शुरू की। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम ‘जीविका’ दिया जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार ने इसका नाम ‘आजीविका किया। हमने जीविका से जुड़ी महिलाओं को ‘जीविका दीदी’ नाम दिया। शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का विस्तार किया जा रहा है। अबतक स्वयं सहायता समूह से 1 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं और शहरी क्षेत्रों में भी साढ़े तीन लाख जीविका दीदी जुड़ चुकी हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बन रही हैं। इससे बिहार की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है। उनका पहनावा और बोलचाल भी काफी अच्छा हो गया है। वे लोगों से बेहिचक होकर बातें करने लगी हैं। मैं आप सभी जीविका दीदियों को बेहतर कार्य करने के लिए बधाई देता हूं, आपलोग बहुत आगे बढ़ें, खूब तरक्की करें। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपकी बदौलत हमलोगों का जीवन सुघरा है और हमलोगों को नई पहचान मिली है। हमलोगों की पारिवारिक और सामाजिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है, यह सब आपकी देन है।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने 37 करोड़ 89 लाख रुपये लागत के नवनिर्मित राजकीय अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय उच्च विद्यालय भवन, सब्बैत का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पूरे विद्यालय परिसर का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने शैक्षणिक भवन एवं आवासीय भवन के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने रोबोटिक्स लैब का जायजा लिया और बच्चियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने वहां बच्चियों से खाने-पीने, रहने और शैक्षणिक कार्य आदि के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां आपलोगों के रहने की भी सुविधा है, आपलोग अच्छे से पढ़ाई कीजिए। मुख्यमंत्री ने विभिन्न कक्षाओं का जायजा लिया। इस दौरान एक बच्ची मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए बोली कि आपके नेतृत्व में महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य हो रहा है। महिलाओं के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने धन्यवाद देते हुए कहा कि आपसब देश की भविष्य हैं, खूब अच्छे से पढ़िए और आगे बढ़िए। मुख्यमंत्री के विद्यालय परिसर के भ्रमण के दौरान बच्चियों ने ताली बजाकर उनका अभिवादन किया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने मोहनपुर मत्स्य बीज उत्पादन केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को मत्स्य पालन की नई तकनीकों के संबंध में जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यहां 12 एकड़ में निर्मित 16 तालाबों में मछली उत्पादन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने मोहनपुर मत्स्य हैचरी के पूरे परिसर का जायजा लिया और कहा कि यह बहुत अच्छा है। इससे मछली उत्पादकों को काफी लाभ होगा।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने राजगीर कुंड परिसर के नवनिर्मित यात्री विश्राम भवन का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कुंड परिसर के संपूर्ण विकास के लिए बनाई गई योजना की साइट प्लान के माध्यम से विस्तृत जानकारी ली। पुजारियों द्वारा अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने पुजारियों को धन्यवाद दिया। पुजारियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपने राजगीर में ऐसी उत्तम व्यवस्था करवा दी है जिससे देश-विदेश के पर्यटक यहां आते हैं और आनंदित होते हैं।

मुख्यमंत्री ने नालंदा जिला के बिंद प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में 218.20 लाख रुपये की लागत से 100 बेड के बालिका छात्रावास भवन का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। विद्यालय प्रांगण में बने खेल मैदान का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि खूब मन लगाकर पढ़िए और खेलिए। आप सभी को मैं अपनी शुभकामनाएं देता हूं। राज्य सरकार विभिन्न खेलों के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी भी प्रदान कर रही है। पढ़ाई के साथ-साथ अपनी रूचि के अनुसार खेल में भी हिस्सा लें। इससे मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही शारीरिक स्वास्थ्य भी दुरुस्त रहता है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, बिंद के परिसर में आत्मरक्षा हेतु जुडो कराटे की प्रशिक्षण प्राप्त कर रही छात्राओं से मुख्यमंत्री ने बातचीत कर उन्हें बधाई दी। बिंद मोड़ के पास बेनार-सकसोहरा पी डब्ल्यू डी पथ के चौड़ीकरण एवं निर्माण हेतु प्रस्तावित योजनाओं का मुख्यमंत्री ने स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अधिकारियों ने साइट मैप के माध्यम से मुख्यमंत्री को 9671.47 लाख रुपये की लागत से अस्थावां-सकसोहरा पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस पथ की कुल लंबाई 18.45 किलोमीटर है। इस पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य पूर्ण हो जाने से शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, नवादा एवं झारखंड राज्य से राजधानी पटना सहित उत्तर बिहार का आवागमन सुगम हो जाएगा। इसके अलावा अधिकारियों ने 3912.00 लाख रुपये की लागत से बिहार-बख्तियारपुर पथ के चौड़ीकरण कार्य तथा 3361.27 लाख रुपये की लागत से ऐतवारी बाजार से उपरौरा मोड़ वाया समाहरणालय (नालंदा), अम्बेर मोड़, नई सराय, खंदकपर पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य की प्रगति के संबंध में भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इन पथों के चौड़ीकरण हो जाने से जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने सोहसराय हॉल्ट के पास रिंग रोटरी निर्माण हेतु प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने साइट मैप के माध्यम से मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बिहारशरीफ में (बड़ी पहाड़ी पहाड़ तल्ली रोड में आरोग्य उद्यान) के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने आरोग्य उद्यान का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को आरोग्य उद्यान परिसर में बने फिटनेस पार्क अंतर्गत किड्स प्ले एरिया, जिम एरिया, हिल क्लाइंबिंग, फूड कोर्ट, बास्केट बॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, योगा जोन, लैंड स्केपिंग, आब्सट्रेकल कोर्स एंड आउटडोर जिम, हर्डल ट्रैक सहित अन्य उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यहां आरोग्य उद्यान काफी सुंदर ढंग से बन गया है। इसका रख-रखाव नियमित रूप से होता रहे, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें।

कार्यक्रम के दौरान जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री सह नालंदा जिला के प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सह सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक कौशल किशोर, विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, विधान पार्षद नीरज कुमार, विधान पार्षद रीना कुमारी, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा, पूर्व विधायक इंजी सुनील कुमार, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय कुंदन कृष्णन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पर्यटन विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव मनोज कुमार, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक बरबड़े, पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राकेश राठी, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा, नालंदा जिला के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, नालंदा के पुलिस अधीक्षक भारत सोनी सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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