रायपुर
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की छबि विनम्र और सौम्य राजनीतिज्ञ की है। मगर कल विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए उन्होंने तीखे तेवर दिखाए वह चर्चा का विषय रहा। उन्होंने महादेव सट्टा पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रोटेक्शपन मनी बढ़ता गया और सट्टा का कारोबार फैलता गया। राज्य सिविल सेवा शासन प्रणाली का सरिया होते हैं, इसमें भ्रष्टाचार का नकली सरिया घुसा लगा दिया गया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल सधे अंदाज में विपक्ष पर चुन-चुनकर तीर चलाए। इशारे-इशारे में उन्होंने महाभारत की चर्चा करते हुए उसके किरदारों पर तंज कस डाला।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक तरफ जहां अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया, वहीं दूसरी ओर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार, नक्सलवाद को बढ़ावा देने, किसानों और जनता को धोखा देने, प्रचार के नाम पर जनता के पैसे की बर्बादी करने और लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन करने जैसे गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में ही नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को मिली हार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप सोचिए ऐसी स्थिति क्यों बनी है, यह आपके पांच वर्षों के कुशासन और अराजकता पर जनता का जवाब था। मुख्यमंत्री ने हमला जारी रखते हुए कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने महापौर का अप्रत्यक्ष चुनाव इसलिए करवाया ताकि योग्य प्रत्याशी की जगह अपने गुट के अपने कृपापात्र को महापौर बनवा दिया जाए। आखिर में थोपे हुए मेयर पार्षद का चुनाव भी हमारे एक जमीनी कार्यकर्ता से हार गए।