झुग्गी बस्ती से निकलकर श्रमिकों के बच्चों ने बनायी अंतर्राष्ट्रीय पहचान, भारतीय सॉफ्ट बॉल टीम में छत्तीसगढ़ के तीन युवा कर रहे हैं प्रतिनिधित्व।

रायपुर, 02 मई 2023 कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों। कवि दुष्यंत कुमार की ये कविता आज छत्तीसगढ़ के उन युवाओं के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है जो ऐसे समाज से आते हैं जो शायद ही कभी बड़े सपने देखते हों। ऐसे ही समाज … Continue reading झुग्गी बस्ती से निकलकर श्रमिकों के बच्चों ने बनायी अंतर्राष्ट्रीय पहचान, भारतीय सॉफ्ट बॉल टीम में छत्तीसगढ़ के तीन युवा कर रहे हैं प्रतिनिधित्व।