भोपाल, 20 जून, 2020
भारत में कोरोना वायरस के 3 ,95,048 मरीजों के मिलने और 12, 948 मरीजों की मौत के बाद भी कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार में कमी नहीं आई है। शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान करने वाले मध्यप्रदेश भाजपा के विधायक ओमप्रकाश सकलेचा की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आई है। जिसके बाद मध्यप्रदेश विधानसभा में हड़कंप मच गया है। अब ओमप्रकाश सकलेचा के संपर्क में आए 3 विधायकों देवीलाल धाकड़, यशपाल सिंह सिसोदिया और दिलीप सिंह मकवाना का टेस्ट कराया गया है।
विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया के मुताबिक वे बीते दो दिन से सकलेचा के साथ थे। शुक्रवार को वोटिंग भी साथ में की। इससे एक दिन पहले हमने 14 विधायकों के साथ मिलकर लंच किया था। हम तीनों ही सावधानी के लिए टेस्ट कराने आए हैं। उनके संपर्क में आने वाले सभी विधायकों को भी कोरोना टेस्ट कराना चाहिए।’ इससे पहले कांग्रेस के विधायक कुणाल चौधरी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उन्होंने पीपीई किट पहनकर राज्यसभा चुनाव में वोट डाला था।
विधायक सकलेचा की जो हिस्ट्री सामने आई है, उसके अनुसार जावद (नीमच) में इनके घर के पास एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद विधायक अपनी पत्नी के साथ फार्म हाउस में रहने चले गए थे। फार्म हाउस में रहने के दौरान ये लोगों से मिलते रहे और कई कंटेनमेंट एरिया में भी गए। इसके बाद 16 जून को भोपाल आ गए। लापरवाही की बात ये है कि इस दौरान प्रशासनिक अमले ने न तो उनका सैंपल लिया और न ही उन्हें कंटेनमेंट एरिया में जाने से रोका।
विधायक सकलेचा कई लोगों से मिले थे और राज्यसभा चुनाव से पहले हुई भाजपा की मीटिंग में शामिल हुए थे। विधानसभा सचिवालय ने राज्यसभा चुनाव में मतदान के फुटेज निकालने के आदेश दिए हैं। राज्यसभा चुनाव के पहले ड्यूटी में लगाए गए कर्मचारियों के साथ विधायकों को भी ‘नो-कोविड कॉन्टेक्ट डिक्लेरेशन देना अनिवार्य था। अगर कोई कोविड कॉन्टेक्ट निकलता है, तो उनकी पूरी जांच की जाएगी। ऐसे विधायकों के लिए मतदान करने की अलग से व्यवस्था की तैयारी थी। कहा गया था कि यह पूरी कवायद कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए की गई।