नई दिल्ली, 10 जून 2023
माना जा रहा है कि दोनों कंपनियां 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा के दौरान इस सौदे की घोषणा करेंगी. दोनों पक्ष इस बारे में चुप्पी साधे हुए हैं. उद्योग के विशेषज्ञों को उम्मीद है कि लंबे समय से प्रतीक्षित सौदे का दोनों देशों के बीच संबंधों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा.
सौदा हुआ तो चार दशकों तक होगा असर
यूएस इंडियन बिजनेस काउंसिल (USIBC) के मुताबिक दोनों सरकारें इस सौदे को पूरा करने के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं. माना जा रहा है कि अमेरिका और भारत के रक्षा उद्योगों तथा सबसे महत्वपूर्ण रूप से निजी क्षेत्र की कंपनियों पर प्रभाव पड़ेगा. दोनों देशों के बीच इस तरह का समझौता काफी महत्वपूर्ण होगा. अगर यह सौदा होता है, तो यह चार दशकों तक अमेरिका-भारत के रक्षा संबंधों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा.
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने भारत में कारोबारी सुगमता और नियामक वातावरण को अच्छा बनाने के लिए भारी प्रयास किए हैं. प्रधानमंत्री मोदी 21 जून से शुरू होने वाली अपनी चार दिवसीय अमेरिकी यात्रा के दौरान निवेश, शिक्षा सहित द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे.