रायपुर, 14 मई 2021
बस्तर का हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता के संग्रहण की रफ्तार चरम पर है। कोरोना संक्रमणकाल में सरकार ने 16 लाख 71 हजार मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य रखा था। जिसमें से अब तक 4 लाख 76 हजार 631 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है। ये लक्ष्य के एक चौथाई से अधिक है।
वनवासियों की आय का बड़ा साधन है तेंदूपत्ता
दंतेवाड़ा में 10 हजार 252 मानक बोरा, जगदलपुर में 14 हजार 736 मानक बोरा, दक्षिण कोण्डागांव में 12 हजार 453 मानक बोरा तथा केशकाल में 17 हजार 255 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है।
वनमण्डल नारायणपुर में 11 हजार 238 मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 13 हजार 911 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 11 हजार 30 मानक बोरा तथा कांकेर में 20 हजार 167 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।
वनमण्डल राजनांदगांव में 12 हजार 677 मानक बोरा, खैरागढ़ में 4 हजार 3 मानक बोरा, बालोद में 13 हजार 565 मानक बोरा तथा कवर्धा में एक हजार 373 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है। वनमण्डल धमतरी में 13 हजार 510 मानक बोरा, गरियाबंद में 61 हजार 126 मानक बोरा, महासमुंद 47 हजार 619 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार 12 हजार 183 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है। वनमण्डल बिलासपुर में 5 हजार 311 मानक बोरा, मरवाही में 104 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 3 हजार 297 मानक बोरा, रायगढ़ में 23 हजार 20 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 29 हजार 100 मानक बोरा, कोरबा में 9 हजार 872 मानक बोरा तथा कटघोरा में 10 हजार 202 मानक बोरा का संग्रहण हुआ है। इसी तरह वनमण्डल जशपुर में 7 हजार 978 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ में 5 हजार 161 मानक बोरा, कोरिया में 464 मानक बोरा, सरगुजा में 6 हजार 963 मानक बोरा और सूरजपुर में 813 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।