जयपुर
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने शनिवार को कोटा जिले के सिमलिया क्षेत्र में 40.86 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। नागर ने चौमाकोट में 132 केवी जीएसएस के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चौमाकोट के नवीन भवन में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार बिजली के प्रबंधन पर ध्यान दे रही है। बिजली का मजबूत तंत्र विकसित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिमलिया क्षेत्र में रामड़ी में जीएसएस का शिलान्यास किया जा चुका है और आज चौमाकोट में नए जीएसएस का शिलान्यास हुआ है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र कृषि आधारित है। यहां के खेतों तक परवन परियोजना का पानी पहुंचाएंगे। कालीसिंध पर डैम बनाकर वंचित गांवों को पानी देंगे, नौनेरा से पेयजल का पानी भी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि 8-लेन राजमार्ग बनने के बाद पानी और बिजली की आवश्यकताओं को पूरा कर औद्योगिक वातावरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
नागर ने कहा कि सिमलिया में 2 हजार नए खंभे लगेंगे, जिससे बिजली तंत्र का सुदृढ़ीकरण होगा। चौमाकोट जीएसएस के निर्माण से लगभग 25.51 लाख यूनिट प्रतिवर्ष विद्युत छीजत में कमी संभावित है, जिससे लगभग 2.45 करोड़ रुपए की प्रतिवर्ष बचत होगी। ग्रिड सब स्टेशन के निर्माण से इस क्षेत्र में प्रसारण तंत्र की सुदृढ़ता बढ़ेगी तथा गलाना, चौमाकोट, रेलगांव एवं आसपास के क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति में भी सुधार हो सकेगा। ऊर्जा मंत्री नागर ने 2.57 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित संपर्क सड़क सुहाना से चौमा मालियान के कार्य का लोकार्पण किया। इस दौरान 4.81 करोड़ रुपए की लागत से तैयार संपर्क सड़क चारचौमा से कुराड़ का भी लोकार्पण किया गया। उन्होंने कहा कि मिसिंग लिंक सड़कों का लाभ इस क्षेत्र को मिल सकेगा।