रायपुर

ईओडब्ल्यू ने 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में जेल भेजे गए पूर्व आबकारी मंत्री एवं कोंटा के कांग्रेस विधायक कवासी लखमा से पूछा कि अवैध वसूली में उन्हें कितना हिस्सा मिला। इसका कहां खपाया और कितने लोग इसमें शामिल थे। इसका जवाब देते हुए कवासी ने कहा कि कोई घोटाला ही नहीं हुआ तो हिस्सेदारी का सवाल ही नहीं उठता। उन्हें परेशान करने के लिए झूठे मामले में फंसाया गया है। ईओडब्ल्यू को कोर्ट ने 19 और 20 मार्च को पूछताछ करने की इजाजत दी थी।

बताया जाता है कि कवासी लखमा से पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू कई अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने बीते दिनों रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचकर लखमा से मुलाकात की थी। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पीसीसी चीफ दीपक बैज, विधायक देवेंद्र यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

दो हजार करोड़ के शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने 13 मार्च को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में 3 हजार 841 पन्नों का चालान दाखिल किया है। इसमें जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा सहित 21 लोगों को आरोपियों के नाम हैं। इस केस में अब अगली सुनवाई 22 मार्च को होगी। इन आरोपियों में रायपुर के पर्व मेयर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलरी, वेलकम डिस्टलरी, टॉप सिक्योरिटी, ओम साईं ब्रेवेरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य 21 लोगों के नाम शामिल हैं।

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