रायपुर, 10 अगस्त 2021

भाजपा के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत ने एक पत्रकार वार्ता लेकर बिजली को लेकर राज्य सरकार पर गंभार आरोप लगाये हैं। भाजपा के इन आरोपों को कांग्रेस ने झूठा और निराधारा बताया है।  कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेष  नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा भ्रम फैलाने की राजनीति कर रही है। बिजली बिल हाफ कि छत्तीसगढ़ सरकार की योजना यथावत है और इस योजना में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

27 महीनों में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने 39.63 लाख उपभोक्ताओं को 1822 करोड़ की राहत बिजली बिल हाफ योजना के द्वारा दी है। बिजली की दरों में हुई सिर्फ इस साल हुयी 6 प्रतिशत की वृद्धि पर भी बिजली बिल हाफ की योजना लागू होगी और बिजली बिल हाफ योजना का लाभ जनता को मिलता रहेगा।
भाजपा और गैर कांग्रेस दलों द्वारा शासित राज्यों मध्यप्रदेश, गुजरात, बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और उड़ीसा से छत्तीसगढ़ की बिजली की दरें कम है।
पत्रकार वार्ता लेकर कांग्रेस सरकार पर झूठे आरोप लगाने वाले दोनों भाजपा नेताओं से कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि जिस रमन सिंह सरकार में दोनों नेता मंत्री थे उसमें 15 साल तक बिजली पर हुई लूटपाट इन दोनों नेताओं का क्या कहना है? भाजपा की रमन सिंह सरकार के शासनकाल में 15 वर्ष में औसत हर वर्ष बिजली दर की वृद्धि हुई जबकि कांग्रेस सरकार में औसत वृद्धि मात्र 1.1 प्रतिशत प्रतिवर्ष है।
2004-05 में बिजली 3.27 ₹ प्रति यूनिट थी जो 18-19 तक बढ़कर ₹6.20 पैसे प्रति यूनिट हो गई। भाजपा की रमन सिंह सरकार में 15 वर्ष में 9 बार बिजली की दर बढ़ाई गई जो औसत हर साल होती है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद दो बार बिजली की दरें कम की गई और सिर्फ एक बार बड़ी है और 3 साल में कुल बिजली दर की वृद्धि 3.3 प्रतिशत है अर्थात प्रतिवर्ष 1.1 प्रतिशत ।

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