रायपुर, 19 जून, 2020
अब तक सोशल मीडिया औऱ दूसरे सार्वजनिक प्लेटफॉर्म्स से दूर रहने वाले पूर्व प्रधानंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर पदार्पण कर लिया है। 17 जून को डॉ. मनमोहन सिंह ने ट्विटर पर अपना अकाउंट बनाया है। ट्विटर पर अकाउंट बनाने के साथ ही डॉ. मनमोहन सिंह की ओर से पहला ट्वीट Finally Joined Twitter किया गया है।
लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय सैनिकों की हुई झड़प और भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद 18 जून को डॉ. मनोहन सिंह की ओर से दूसरा ट्वीट किया गया है। जिसमें उन्होंने देश में मजबूत प्रधानमंत्री की जरूरत बताते हुए ट्वीट किया है।
देश के 13वें प्रधानमंत्री रहे ड़ॉ मनमोहन सिंह ट्विटर पर 70 लोगो को फॉलो करते हैं जबकि 10,253 उनके फॉलोवर्स हैं। डॉ. मनमोहन सिंह ने जिन लोगों को फॉलो किया है, उनमें भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी, दिग्जविजय सिंह, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, कुछ बड़े पत्रकार, इसरो, बिल गेट्स और दूसरे उद्योगपति शामिल हैँ।
डॉ. मनमोहन सिंह 10 साल (2004-2013) तक देश के प्रधानमंत्री पद पर रहे। इस दौरान विपक्ष की ओर से उन पर मौन रहने और किसी भी मुद्दे पर खुलकर अपनी राय नहीं रखने के आरोप लगाये जाते रहे। प्रधानमंत्री रहने के दौरान विपक्ष की ओर से जब उन्हें मौनमोहन सिंह कहा गया तब 2012 में संसद में डॉ. मनमोहन सिंह ने एक शेर कहा था, ये शेर खूब चर्चित हुआ…डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।
कोरोना संकट काल में मजदूरों और गरीब लोगों की आवाज सोशल मीडिया में उठाने के लिए बीते दिनों कांग्रेस पार्टी की ओर से स्पीकअपइंडिया नाम का प्रोग्राम शुरु किया गया है। माना जा रहा है कि स्पीकअपइंडिया प्रोग्राम के तहत ही डॉ. मनमोहन सिंह को भी ट्विटर पर लाया गया है। 17 जून को ट्विटर ज्वॉइन करने के बाद से अब तक मनमोहन सिंह की ओर से कुल 7 ट्वीट किये गये हैं, जिनमें आज का ट्वीट राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई देता हुआ है। जबकि एक अन्य ट्वीट आरएसएस पर निशाना साधते हुए पोस्ट किया गया है।