चंडीगढ़, 31 जनवरी 2022
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार चाहती तो महंगाई से आम आदमी को राहत दिला सकती थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। बल्कि जब-जब चुनाव आते हैं तब-तब पेट्रोल-डीजल की कीमतों को स्थिर कर दिया जात है। चुनाव समाप्त होते ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें फिर रफ्तार से बढ़ने लगती हैँ।
मुख्यंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि चाय अब कड़वी हो चुकी है। चाय अब कोई पीना नहीं चाहता, जो चाय की पत्ती 30 से 40 रुपये में आ जाती थी आज वो 500 रुपये किलो से ज्यादा पर पहुंच चुकी है। अब नमक भी महंगे हो गए हैं। सीएम ने कहा कि एक तरफ जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती जा रही है, दूसरी तरफ भाजपा की संपत्ति बढ़ती जा रही है। लोग गरीब होते जा रहे हैं, और भाजपा अमीर होती जा रही है। भाजपा की जो संपत्ति 780 करोड़ की थी आज 4850 करोड़ पर जा पहुंची है। ऐसे समय में रोज हम मीडिया के माध्यम से देखने-सुनने में आता है कि भाजपा के लोग अरबपति से खरबपति होते जा रहे हैं, भाजपा ही नहीं बल्कि उनके मित्रों की संपत्ति भी चारगुनी रफ्तार से बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों के जीवन का कोई भी ऐसा पहलू नहीं छोड़ा है जहां महंगाई की मार न पड़ी हो। अब नाई की दुकान, जूते की दुकान, ऑटो, टैक्सी रिक्शा पर भी जीएसटी लागू करके महंगाई को बढ़ा दिया है। वहीं पकौड़े को रोजगार मानने वाली मोदी सरकार ने बेसन और तेल को भी इतना महंगा कर दिया है कि लोग अब पकौड़े तलने की दुकान भी नहीं खोल पा रहे हैँ। जो लोग पहले से पकौड़े तल रहे थे अब उनके सामने दुकान चलाने का संकट खड़ा हो गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर बोनस देने पर चावल नहीं खरीदने का अडंगा लगाकर किसानों के हितों पर कुठाराघात करने का आरोप लगाया है। बघेल ने कहा कि केन्द्र की गलत कृषि नीतियों के खिलाफ देशभर के किसान 13 महीने तक दिल्ली में धरने पर डटे रहे। इसी से साफ पता चलता है कि मोदी सरकार कितनी निर्दयी है और कितनी अमानवीय है।