पंचकूला, 1 मार्च 2023

20 मार्च को दिल्ली में संसद भवन के बाहर होने वाले किसान संगठनों के प्रदर्शन से पहले आज हरियाणा सरकार सकते में आ गई है। हरियाणा के 22 जिलों के पंच, सरपंच और भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों ने आज पंचकूला में मुख्यमंत्री आवास को  घेरने की तैयारी की है। 

हजारों की संख्या में पंच, सरपंच और किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर पंचकूला पहुंच रहे हैं। पंचकूला की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर सिर्फ और सिर्फ ट्रैक्टर-ट्रॉलियां ही नज़र आ रही हैं। पंच, सरपंचों ने एक सुर में सरकार को सीधी चेतावनी देते हुए उनकी दो मांगों को मान लेने की अपील की है। पंच-सरपंचों की मांग है कि सरकार ई-टेंडरिंग को वापस ले और राइट टू रिकॉल को वापस ले।

पंच-सरपंचों और किसानों का कहना है कि लंबे समय से गांवों और पंचायतों को बचाने के लिेए आंदोलन किया जा रहा है लेकिन हरियाणा की गठबंधन सरकार जिद पर अड़ी हुई है। पंच-सरपंचों का साथ देने के लिए भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसान और नौजवान भी पंचकूला की ओर रवाना हो चुके हैं।

सीएम आवास घेराव करने पंचकूला पहुंचे पंच-सरपंच और किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शऩ के दौरान किसी भी तरह का लाठीचार्ज या पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उसके बाद जो भी होगा उसकी पूरी जवाबदेही सरकार की होगी।

पंच-सरपंच और किसानों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के चलते पंचकूला का जीटी रोड पूरी तरह जाम हो चुका है। हरियाणा पुलिस ने किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए इंतजाम किये हुए हैं। बड़े प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा सरकार  अलर्ट मोड़ पर है।

गौरतलब है कि बीते दिनों हरियाणा में हुए अलग-अलग प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की बर्बरता और लाठीचार्ज की वजह से हरियाणा सरकार को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी।

 

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