रायपुर, 4 जून, 2020

कोविड-19 के संक्रमित मरीजों का आंकड़ा प्रदेश में बढ़ने के साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के माथे पर परेशानी की लकीरें भी दिखने लगी हैँ। मीडिया में खासकर डिजिटल मीडिया में क्वारेंटाइऩ सेंटरों की बदहाली की लगातार आ रही खबरों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिंता जाहिर की है। मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी को क्वारेंटाइऩ सेंटरों की नियमित मॉनिटरिंग करने के सख्त निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव को सख्त लहजे में हिदायत दी है कि क्वारेंटाइऩ सेंटरों में क्वारेंटीन किये गए श्रमिकों, छात्रों और अन्य लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिये। उनके लिए ठहरने, भोजन, पेयजल, स्वास्थ्य जांच, मनोरंजन सहित तमाम आवश्यक चीजों की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कहीं से भी क्वारेंटाइन सेंटर में अव्यवस्था की शिकायत सामने आई तो जिम्मेदार अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रदेश में कोरोना महामारी से बचाव के लिए 19,374 क्वारेंटाईन सेंटर बनाए गए है,जिसमें वर्तमान में 2 लाख 23 हजार 150 लोग रह रहे है।  मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी क्वारेंटाईन सेंटरों में नोडल अधिकारी तैनात किए जाएं और रह रहे लोगों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। रह रहे सभी लोग मास्क लगाए और सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने क्वारेंटाइन सेंटरों की नियमित साफ-सफाई, आसपास के बरामदे और पेयजल स्थलों के आस-पास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किये जाने, लोगों के नहाने, धोने के लिए पर्याप्त स्थान और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहरी गर्भवती महिलाओं, बच्चों वाली माताओं और वृद्धों के साथ-साथ छोटे बच्चों के टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश भी प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को दिया है।

 

 

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