रायपुर, 8 फरवरी 2022
पूरे देश से कई इंजीनियरिंग कॉलेजों ने आईडिया लैब की स्थापना के लिए आवेदन किया था, जिसमें 49 कॉलेजों को सिलेक्ट किया गया। लेकिन एआईसीटीई ने रायपुर के शंकराचार्य कॉलेज को आईडिया लैब के लिए चुना है। प्रदेश के लिए ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब छत्तीसगढ़ में तकनीकी आईडिया के पेटेंट हो सकेंगे। आईडिया लैब के स्थापित होने से प्रदेश के इंजीनियरिंग छात्रों को रिसर्च एवं इनोवेशन की सुविधा मिलेगी। आईडिया लैब का उद्घाटन स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने किया। इस अवसर पर मंत्री टेकाम ने कहा कि श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एण्ड टेक्नोलॉजी कॉलेज को एआईसीटीई की ओर से आईडिया लैब के लिए चुना जाना प्रदेश के लिए गर्व की बात है। छात्र इसका सही तरीके से उपयोग कर अपना भविष्य उज्वल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के बुनियादी सिद्धांतों को समझाने और प्रयोग करके व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करने के उद्देश्य से आईडिया लैब की स्थापना की गई है। तकनीकी संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की कल्पना और सोच को मूर्त रूप देने में इस आईडिया लैब की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस लैब का उपयोग छात्र-छात्राओं के साथ-साथ आम लोग भी कर सकेंगे।
मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि नया उद्यम प्रारंभ करने वाले युवा इसका भरपूर लाभ उठा सकेंगे। किसी भी छात्र के पास कोई तकनीकी आईडिया हो तो वे इस लैब में आकर अपने सपने को साकार कर सकते हैं और अपने आईडिया को पेटेंट करा सकते हैं। छात्रों के डिजाईन किए गए प्रोडक्ट यहां विकसित हो सकेंगे। यह स्व-रोजगार के क्षेत्र में बड़ा कदम होगा।
मंत्री डॉ. टेकाम ने विश्वास व्यक्त किया कि साधन सम्पन्न प्रयोगशाला एवं विकसित सुविधाओं का उपयोग दूरस्थ अंचल के छात्र-छात्राएं भी कर सकेंगे, ताकि वे सर्वांगीण विकास में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा सकें। उन्होंने कहा कि श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एण्ड टेक्नोलॉजी का यह दायित्व होगा कि वे छात्रों की पहचान कर उन्हें लैब की सुविधा उपलब्ध कराएं।
उल्लेखनीय है कि आईडिया लैब योजना के अंतर्गत देश के चुनिंदा संस्थानों में अनुदान दिया जाता है। जिससे संस्थान अत्याधुनिक उपकरणों की खरीदी करते हैं। इससे छात्रों के प्रशिक्षण में किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होती। आईडिया लैब से छात्रों के इनोवेशन एवं स्टार्टअप आईडिया को विकसित करने में सहायता मिलती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत आईडिया विकास, मूल्यांकन और अनुप्रयोगों को केन्द्र में रखकर इस योजना को डिजाईन किया गया है। इससे छात्रों में इमेजिनेशन, क्रिएटिविटी, क्रिटिकल, थिंकिंग, डिजाईन थिंकिंग, प्रॉब्लम सोल्विंग एवं कोलैबोरेशन जैसे स्किल का विकास होगा। यह लैब सातों दिन एवं 24 घंटे खुली रहेगी।
कार्यक्रम को एडवाईजर इंस्टिट्यूशनल डेव्हलपमेंट सेल एआईसीटीई, महाविद्यालय के चेयरमैन आई.पी. मिश्रा, सचिव निशांत त्रिपाठी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्राचार्य आलोक जैन, प्रो. अतुल चक्रवर्ती, डॉ. जे.पी. पात्रा, पंकज यादव और आईडिया लैब बनाने वाली पूरी टीम के सदस्य उपस्थित थे।