रायपुर, 14 अप्रैल 2020
नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से गुजरती दुनिया के बीच ऑनलाइन एजूकेशन का ट्रेंड जोरों पर हैँ। इस वक्त पूरी दुनिया में 91फीसदी बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इस वजह से ई-लर्निंग और ई-क्लासेज ने पहली बार इतनी तेज गति से जोर पकड़ा है। दुनिया के ज्यादातर देशों मे लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन कोर्सेज और ऑनलाइन क्लासेज की डिमांड एकाएक बढ़ गई है। कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का दावा है कि ई-लर्निंग के लिए लॉकडाउन पीरियड में ही 505 फीसदी नए रजिस्ट्रेशन हुए हैँ।
ज्यादातर निजी स्कूल, कॉलेज अपने-अपने सॉफ्टवेयर और टूल्स का इस्तेमाल करके ऑनलाइन क्लासेज चला रहे हैं। वहीं भारत सरकार भी डिजिटल एजूकेशन के जरिये स्टूडेंट्स को ई-क्लासेज, ऑनलाइन कोर्सेज की सुविधा उपलब्ध करा रही है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने स्कूली बच्चों के लिए पढ़ई तुंहर द्वार योजना के तहत डिजिटल क्लासेज शुरु की हैं। कॉलेज, यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के लिए भी नोडल ऑफिसर बनाकर जूम एप के जरिए ऑनलाइन क्लासेज आयोजित कराई जा रही हैँ।
पियरसन स्टडी की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस के लॉकडाउन पीरियड में 66 फीसदी वयस्क ऑनलाइन एजूकेशन पसंद कर रहे हैं। जबकि 91 फीसदी छात्र दुनियाभर में स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। पियरसन की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 तक भारत में ऑनलाइन एजूकेशन का बाजार 150 अरब रुपये का हो जाएगा।
ई-लर्निंग और ऑनलाइन कोर्सेज के लिए भारत सरकार के 5 मुफ्त ई-एजूकेशन प्लेटफॉर्म
- ELIS PORTAL – इसका पूरा नाम है “इन्हेंसमेंट इन लर्निंग विद इम्प्रूवमेंट इन स्किल्स”।
ये पोर्टल उन लोगों के लिए है जो अपने स्किल्स को बढ़ाना चाहते हैँ। इसके लिए आपको free.aicte-india.org पर जाना होगा। एआईसीटीई ने इस मुफ्त पोर्टल की शुरुआत की है। इस पोर्टल में कई तरह के मुफ्त कोर्सेज उपलब्ध हैं। जैसे कि मशीन लर्निंग, प्रोग्रामिंग, डिजिटल मार्केटिंग आदि। एआईसीटीई ने 18 ऑनलाइन एजूकेशन कंपनियों से टाइअप किया है जो इस तरह के 26 प्रकार के ऑनलाइन कोर्सेज मुहैया करा रही हैं। इस पोर्टल पर कोर्सेज फ्री में पाने के लिए 15 मई तक रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है।
- SWAYAM- कक्षा 9 से पोस्ट ग्रेजुएशन तक के छात्रों के लिए स्वंय पोर्टल बेहद कारगर है। इसके लिए gov.in जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसका एप भी मौजूद है। स्वयं पर कई तरह के कोर्सेज उपलब्ध हैं। जिनमें आर्किटेक्चर, आर्ट्स, लॉ, गणित, विज्ञान आदि विषय शामिल हैँ। स्वयं पोर्टल पर कोर्सेज को चार हिस्सों में बांटा गया है। इनमें वीडियो लेक्चर, रीडिंग मटेरियल, सेल्फ असेसमेंट टेस्ट और ऑनलाइन डिस्कशन फोरम शामिल हैं। 1000 शिक्षकों द्वारा तैयार रीडिंग मटेरियल को इस पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता है। अगर आपको स्वयं सर्टिफिकेट चाहिये तो रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
- DIKSHA- पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों और शिक्षकों के लिए उपयोगी पोर्टल है। इसके लिए आपको gov.in पर जाना होगा। इसका एप भी उपलब्ध है।
इस पोर्टल पर शिक्षकों और छात्रों के लिए पठनीय शिक्षण सामग्री है। केवल 12वीं कक्षा के लिए ही 80 हजार से ज्यादा ई-बुक्स मौजूद हैं। इन बुक्स को सीबीएसई, एनसीईआरटी और एससीईआरटी ने मिलकर तैयार किया है। किताबें 8 भाषाओं में उपलब्ध हैं। लर्निंग मटैरियल देखने के लिए टेक्स्ट बुक में मौजूद क्यूआर कोड को स्कैन कर सकतेहैं। इसका मकसद फिजिकल क्सासेज न होने की स्थिति में बच्चों की पढ़ाई रुके नहीं।
- NROER- National repository of open education resources ये पोर्टल स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स से लेकर नौकरीपेशा लोगों तक के लिये है। इस पोर्टल में ई-लाइब्रेरी, ई-बुक्स और ई-कोर्सेज की रिपॉजिटरी तैयार की गई है। हिंदी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध इस पोर्टल में 14 हजार से ज्यादा फाइल्स मौजूद हैं। जिनमें 3000 से ज्यादा डॉक्यूमेंट्स, 1300 से ज्यादा सेशंस, करीब 1600 ऑडियोज और 6100 से ज्यादा वीडियोज शामिल हैं। क्लासरूम में चलने वाले लेसंस से जुड़ने के लिए इसमें आप एनरोलमेंट भी करा सकते हैं। ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा भी इस पोर्टल पर मौजूद है।
- E-Pathshala – पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी ई-पोर्टल है। इसके लिए gov.in पर जाना होगा, इसका एप भी उपलब्ध है।
एनसीईआरटी के ई-पाठशाला प्लेटफॉर्म पर पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक की सभी विषयों की पुस्तकें डिजिटल फॉर्मेट में मुफ्त उपलब्ध हैं। ई-पाठशाला एप अब तक 27 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। इसमें 500 ई बुक्स, 2000 वीडियोज, 1800 ऑडियो उपलब्ध हैं। ऑनलाइन किताबों को पढ़ना आसान बनाने के लिए सिलेक्ट, जूम, हाइलाइट और बुकमार्क्स जैसे ऑप्शन भी इस एप पर उपलब्ध हैं।
ऑनलाइन कोर्सेज और क्लासेज के लिए 6 प्लेटफॉर्म
- com- यह प्लेटफॉर्म चौथी क्लास के बच्चों से लेकर जेईई, कैट, मैट जैसी परीक्षाओं तक के लिए नर्सिंग प्रोग्राम उपलब्ध कराता है। यह देश की सबसे ज्यादा चलने वाली एजूकेशन साइट है। इस पर3.5 करोड़ से ज्यादा बच्चे रजिस्टर्ड हैँ। छोटे बच्चों के लिए डिज्नी बायजूस एप भी है।
- com- यह प्लेटफॉर्म एक प्रकार से ऑनलाइन कोचिंग क्लासेज उपलब्ध कराता है। इसके जरिये रेलवे, डिफेंस, जेईई, नीट, गेट, सीए, सीए, यूपीएससी, पीएससी, जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं की ऑनलाइन तैयारी कराई जाती है। कभी यू-ट्यूब चैनल के रूप में शुरु हुए अनएकेडमी प्लेटफॉर्म से करीब 2 करोड़ स्टूडेंट्स जुड़े हुए हैँ।
- org – इसमें 140 कॉलेज और यूनिवर्सिटीज से संबद्ध 1000 से ज्यादा कोर्सेज उपलब्ध हैं। इनममें जेटा साइंस, फोटोग्राफी, बिजने जैसे कई एडवांस डिग्री और स्पेशलाइजेशन कोर्स उपलब्ध हैं। इसका एप एक करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।
- com– ऑनलाइन एजूकेशन के मामले में ग्लोबल ब्रांड बन चुका यूडिमाय प्लेटफॉर्म कई पेशेवर कोर्स उपलब्ध कराता है। इस एजूकेशनल वेबसाइट से दुनियाभर में 5 करोड़ से ज्यादा छात्र जुड़े हुए हैँ। करीब 1.5 लाख कोर्स उपलब्ध कराने वाले इस प्लेटफॉर्म पर 57000 इंस्ट्रक्टर मौजूद हैं।
- com- कक्षा 5वीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों के लिए यह प्लेटफॉर्म स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करवाता है। इसमें लाइव क्लासेज, स्टडी मटेरियल जैसे फीचर्स उपलब्ध हैं। सीबीएसई, आईसीएसई और 18 स्टेट बोर्ड्स से जुड़े कोर्सेज इसमें शामिल हैं।
- com – यह प्लेटफॉर्म टीचर्स और स्टूडेंट्स को जोड़ने का काम करता है। इसमें कई क्वालिफाइड टीचर्स जुड़े हुए हैं। जो कक्षा 6 से लकर कक्षा 12 तक के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं और ऑनलाइन क्लासेस देते हैँ। इसमें रिकॉर्डेड ऑडियो एवं वीडियोज भी उपबल्ध हैं।