राजनांदगाव: जम्मू-कश्मीर पर आये फैसले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने पर अपनी व्यग्तिगत राय बताते हुए कहा है की घाटी से अनुच्छेद 370 को इस तरह से नहीं हटाना था। किसी एक राज्य को मिले विशेषाधिकार को ऐसे नहीं हटाया जाना चाहिए था। निर्णय लेने से पहले वहां की स्थानीय राजनितिक पार्टियों के साथ चर्चा करना तक उचित नहीं समझा गया। यह ठीक नहीं हुआ।
बतादें की मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का ये अहम् फैसले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को नया इतिहासकारबना दिया है। 72 वर्षो के बाद अनुच्छेद 370 से जम्मू कश्मीर मुक्ति मिल पाई है। इसके साथ ही इस अहम् फैसले में अब जम्मू.कश्मीर से लद्दाख को अलग केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया है। लद्दाख में कोई विधानसभा नहीं होगी लेकिन अलग राज्यपाल और उप राज्यपाल होंगे। जम्मू-कश्मीर अब दिल्ली की तरह केंद्र शासित प्रदेश होगा जहां विधानसभा तो होगी लेकिन केंद्र अपने फ्रैसलो को सीधे तौर पर लागु करवा सकेगा। अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का संकल्प पेश कर दिया है। जिसे राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी है।