रायपुर, 9 मई 2021

प्रदेश में 18 से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण का काम जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकार, वकील और उनके परिजनों के लिए बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारों, वकीलों के साथ-साथ उनके परिजनों को फ्रंटलाइन वर्कर मानकर टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी।

दिल्ली समेत कई राज्यों में पत्रकारों और वकीलों को फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए उनका टीकाकरण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी पत्रकार और वकीलों को फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए उनके टीकाकरण के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये थे। लेकिन टीकाकरण का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया इस वजह से इसमें देरी हो गई।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित सचिवों की समिति की अनुशंसा पर राज्य सरकार ने फ्रंटलाइन वर्कर की सूची बनाई थी। जिसमें श्रेणीवार लोगों को शामिल किया गया था। अब तक इस सूची में स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिभाषित कोमार्बिडिटी वाले व्यक्ति, भोजन प्रदाय करने वाले एवं सब्जी विक्रेता,  बस ड्राइवर कंडक्टर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, पंचायत सचिव/कर्मी, पीडीएस दुकान प्रबंधक और विक्रेता, इंस्टिट्यूशनल केयर में रहने वाली महिलाएं, गांव के कोटवार एवं पटेल, राज्य सरकार के कर्मचारी, राज्य पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग के कर्मचारी और उनके इमिडियेट परिजन लेकिन अब इसमें पत्रकार, वकील और उनके परिजन भी जुड़ गए हैं।

इसी  सूची में वृद्धाश्रम में, महिला देखभाल केन्द्रों एवं बाल देखभाल में कार्यरत व्यक्ति, शमशान, कब्रिस्तान में कार्यरत व्यक्ति, दिव्यांग व्यक्ति, आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाली अर्धशासकीय संस्थाओं जैसे- प्राथमिक कृषि सहकारी समिति, मार्कफेड, सहकारी बैंक में कार्यरत कर्मचारी, कलेक्टर द्वारा कोरोना ड्यूटी पर लगाए गए व्यक्ति, राज्य शासन द्वारा परिभाषित किसी अन्य श्रेणी के व्यक्ति को भी शामिल किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से फ्रंटलाईन वर्कर की पहचान के संबंध में विस्तृत मार्गदर्शी सिद्धांत जारी किया जाएगा। यदि फ्रंटलाइन वर्कर श्रेणी का कोई व्यक्ति एपीएल छोड़कर अन्य कोई राशनकार्ड लाता है तो उसे भी उस राशनकार्ड की श्रेणी में माना जाएगा और यदि राशनकार्ड लेकर नही आता है तो उसे फ्रंट लाईन वर्कर की श्रेणी में माना जाएगा। जेल में रहने वाले बंदियों को भी टीकाकरण में वही प्राथमिकता दी जाएगी जो फ्रंटलाइन वर्कर को दी जाएगी

 

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