राज्य सरकार के सहयोग केंद्र सरकार नक्सल उन्मूलन अभियान काफी तेजी से चला रही है। इसका सबसे अधिक असर छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रहा है जहां लगभग हर दिन नक्सली मारे जा रहे हैं या फिर आत्मसमर्पण कर रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने में मदद करने का भी ऐलान किया है और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की आर्थिक मदद भी कर रही है। इसी कड़ी में बंदूक छोड़ मुख्यधारा में लौटने की चाहत रखने वाले युवाओं से शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मुलाकात की।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मुख्यधारा में लौटने वाले युवाओं से सुकमा पुनर्वास केंद्र में मुलाकात कर उन्हें नया जीवन जीने के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह बहुत ही सुखद है जब युवा बंदूक छोड़ उपकरण थाम रहे हैं। उप मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान युवाओं ने कहा कि वे पहले गुमराह विचारधारा का हिस्सा थे, लेकिन अब लोकतंत्र और विकास की मुख्यधारा में शामिल होकर आत्मनिर्भर बन रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी आत्मसमर्पित युवाओं को पुनर्वास केंद्र में ही आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड और बैंक खाता जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
मनोरंजन और आत्मविश्वास बढ़ाने की पहल पुनर्वास केंद्र में प्रशिक्षण के साथ-साथ खेलकूद, देशभक्ति फिल्में और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी शामिल किया जाएगा। आत्मसमर्पित युवाओं को रायपुर और जगदलपुर जैसे शहरों की सैर कराकर बाहरी दुनिया से परिचित कराने की योजना है। शिक्षा से वंचित युवाओं के लिए साक्षरता कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे, ताकि वे आत्मविश्वास के साथ रोजगार के अवसरों का लाभ उठा सकें। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे, राज्य महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी, जिला पंचायत सदस्य हुंगाराम मरकाम, पंचायत विभाग के सचिव भीम सिंह, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी पी. सुंदरराज, कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव, एसपी किरण गंगाराम चव्हाण और सीईओ जिला पंचायत नम्रता जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।