जयपुर

संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने सोमवार को दौसा जिला कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण जन अभियान की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभाग पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य करें और जिलेवासियों को जागरूक कर उनकी व्यापक सहभागिता सुनिश्चित करते हुए इसे जन आंदोलन बनाएं।

संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री ने कहा कि ‘जल है तो कल है’ हम सबके लिए पर्यावरण के साथ पानी भी बहुत जरूरी है। जल के अभाव में कुछ भी नहीं है। प्रदेश में भूजल का स्तर काफी नीचे चला गया है, जिससे पीने और सिंचाई के लिए पानी की कमी होती जा रही है। हमारी वर्षा जल पर निर्भरता बढ़ती जा रही है, जो व्यर्थ बहकर चला जाता है। इन्हीं परिस्थितियों के बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पानी को बचाने और उसके संरक्षण के लिए यह महत्वपूर्ण जन जागरूकता अभियान शुरू किया है।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पानी और पेड़ों के महत्व के प्रति आमजन को जागरूक करना है। लोग पानी की महता समझें, पानी को बचाएं और उसे व्यर्थ न बहने दें। इसके लिए हमें जन-जन को जागरूक करना होगा। सबसे पहले खुद को तन-मन से अभियान से जोड़ें और उसके बाद परिवार एवं आमजन को भागीदार बनाएं।

जोगाराम पटेल ने विभिन्न विभागों की ओर से किए जा रहे जल संरक्षण एवं पौधारोपण के कार्यों की विभागवार विस्तृत जानकारी ली और अभियान को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इस पुनीत परिकल्पना को साकार करने के लिए सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूरी गुणवत्ता के साथ कराएं और जनसहभागिता सुनिश्चित करें।

उन्होंने ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इसके तहत अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी तय करते हुए हरे-भरे वृक्ष के रूप में विकसित करें। उन्होंने कहा कि धरातल पर क्रियान्वयन में कोई कठिनाई हो तो बताएं और अभियान को बेहतर बनाने के लिए व्यावहारिक सुझाव भी दें।

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