नई दिल्ली, 5 जुलाई 2021
एलआईसी कानून (LIC ACT) में बजट संशोधनों को अधिसूचित कर दिया गया है. अगले कुछ सप्ताह में एलआईसी (LIC) का अंतर्निहित मूल्य निकाल लिया जाएगा। अंतर्निहित मूल्य प्रणाली में बीमा कंपनियों के मौजूदा मूल्य के साथ भविष्य के मुनाफे को भी उसके शुद्ध संपत्ति मूल्य (एनएवी) में जोड़ा जाता है. अधिकारी ने कहा, ‘‘हम अगले कुछ सप्ताह में मर्चेंट बैंकरों की नियुक्ति के लिए बोलियां आमंत्रित करेंगे. इसके लेकर संस्थाग्रत निवेशकों के साथ बातचीत चल रही है.’’
नवंबर तक मंजूरी
एक अधिकारी ने कहा कि हम नवंबर अंत तक नियामकीय मंजूरियां मिलने की उम्मीद है. एलआईसी के निर्गम का 10 प्रतिशत तक पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित रहेगा. एलआईसी का आईपीओ जनवरी 2022 तक आ सकता है. इसे देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है.
सरकार बजटीय घाटे को पाटने के लिए एलआईसी में हिस्सेदारी बेचना चाहती है. लेकिन उसे विपक्षी पार्टियों की आलोचना का समान करना पड़ रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 के यूनियन बजट को पेश करते समय एलआईसी के आईपीओ का एलान किया था.
RIL से अधिक वैल्युएशन
एलआईसी की लिस्टिंग के लिए इसका वैल्यूएशन 261 अरब डॉलर हो सकता है. यानी यह देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज Reliance Industries) से भी बड़ी होगी. अभी रिलायंस की मार्केट वैल्यू करीब 199 अरब डॉलर है.
LIC की संपत्ति
एलआईसी की ताजा एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में एलआईसी की कुल अनुमानित संपत्ति करीब 32 लाख करोड़ रुपये यानी 439 अरब डॉलर है. देश के लाइफ इंश्योरेंस बाजार में एलआईसी की हिस्सेदारी करीब 69 फीसदी है. सूत्रों के मुताबिक एलआईसी की लिस्टिंग योजना के बारे में अभी चर्चा चल रही है और इसमें अब भी बदलाव हो सकता है.
एक लाख से ज्यादा कर्मचारी
एलआईसी में साल 2020 के डाटा के मुताबिक 1 लाख 14 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं. देश के बड़े नियोक्ताओं में से एलआईसी एक है.
एलआईसी का सहायक कंपनियां –
LIC Housing Finance
LIC International Ltd
LIC Cards Services Ltd
LIC Mutual Fund Ltd
LIC Pension Fund Ltd
Industrial Development Bank of India