छत्तीसगढ़ की पुलिस ने NMDC के एक कर्मी को फर्जी डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख रुपए ठगी के दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने एक बड़े साइबर गिरोह का भी उद्भेदन किया है। जानकारी के अनुसार किरंदुल निवासी NMDC कर्मी ने पुलिस में डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख रुपए ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। कर्मी ने पुलिस को बताया था कि बीते 30 मई की शाम मुंबई पुलिस का अधिकारी बन किसी ने उन्हें कॉल किया और उनके नाम से एक बैंक खाते में अवैध लेनदेन की बात कही। मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज होने की बात कह उसने गिरफ्तार करने की धमकी दी और अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर सेटलमेंट करने की बात की। जालसाजों ने उसे उसके घर में ही कई घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर के रखा और सेटलमेंट के नाम पर 28 लाख रुपए ठग लिए। मामला दर्ज होने के बाद डीएसपी ठाकुर गौरव सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने छानबीन शुरू की और दो जालसाजों को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार जालसाज अर्पित सिंह और सूरज चौहान के पास से एक लाख रुपए नकद, 8 एटीम कार्ड, 2 मोबाइल, 1 पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत कई अन्य कागजात बरामद किया है। गिरफ्तार जालसाजों ने साइबर फ्रॉड की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। जानकारी के अनुसार दोनों जालसाजों पर देश के 12 राज्यों में 10 करोड़ रुपए से अधिक के ठगी मामले के करीब 22 मामले दर्ज हैं।

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