लखनऊ, 13 जनवरी 2022

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान शांति-व्यवस्था बनाये रखने के साथ ही पुलिसकर्मियों के सामने खुद को कोरोना संक्रमण से बचाने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।  वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस के  500 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हैं, जिनमें लखनऊ जिला पुलिस में तैनात लगभग 340 कर्मी भी शामिल हैं। कई आइपीएस अधिकारी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।

पुलिस में संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल ने पुलिसकर्मियों को कोविड प्रोटाकॉल का पूरी सख्ती से अनुपालन करने के कड़े निर्देश दिए हैैं। डीजीपी व एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को कोरोना की सर्तकता (प्रिकाशन) डोज लगवाकर अधीनस्थों को सुरक्षा का संदेश भी दिया।

विभिन्न जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा लगभग 90 पीएसीकर्मी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं। कुल संक्रमित पुलिसकर्मियों में जीआरपी, सुरक्षा मुख्यालय व अन्य शाखाओं में तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा एटीएस के कमांडो भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमण से पूर्व में 184 पुलिसकर्मियों की जान भी जा चुकी है। ऐसे में पुलिस लाइन से लेकर थाना व हर कार्यालय में साफ-सफाई के साथ कोविड नियमों का पूरी सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया गया है। डीजीपी मुख्यालय में बुधवार को लगभग 760 पुलिसकर्मियों को सतर्कता डोज लगाई गई।

इनमें डीजी पावर कारपोरेशन एसएन साबत, डीजी एसआइटी रेणुका मिश्रा, एडीजी कार्मिक अजय आनंद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। जिलों में भी पुलिसकर्मियों को सर्तकता डोज लगवाई जा रही है। डीजीपी मुख्यालय के एक अधिकारी के अनुसार एक लाख से अधिक अधिकारियों व कर्मियों को सतर्कता डोज लगवाई जानी है। 2.14 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों को कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं। लगभग तीस हजार पुलिसकर्मियों को दूसरा टीका लगवाया जाना है। गंभीर बीमारी व अन्य कारणों से लगभग 50 हजार पुलिसकर्मियों को अभी कोरोना का टीका नहीं लग सका है।

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