नई दिल्ली, 29 अगस्त 2020
अनलॉक-4 यानि 1 सितंबर से लागू होने वाले बड़े बदलावों को ध्यान में रखते हुए देश के निजी क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र के बैंकों ने भी कई बदलाव करने की तैयारी कर ली है। आईसीआईसीआई, कोटक महिन्द्रा और सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने कर्ज को लेकर नई रणनीति बनाई है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने कर्ज पर रिस्क प्रीमियम की बढ़ोत्तरी कर दी है। यानि नए ग्राहकों को अब बैंक से कर्ज लेना महंगा पड़ेगा। जबकि अभी तक बैंक ऑफ बड़ौदा सबसे कम ब्याज पर आसानी से कर्ज देने वाला बैंक माना जाता था। इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा ने कर्ज देने की शर्तों में अच्छे क्रेडिट स्कोर को भी शामिल कर दिया है। इसका मतलब ये हुआ कि जिस ग्राहक का जितना बेहतर क्रेडिट स्कोर होगा, उसे उतने ही कम ब्याज पर कर्ज मिल पाएगा। कम या खराब क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को ऊंची ब्याज पर लोन मिलेगा।
प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक ने किसानों को कर्ज देने के लिए एक अनोखी पहल की है. बैंक ने सैटेलाइट के जरिए ली गई किसानों के खेतों की तस्वीरों का आंकलन करने के बाद उन्हें लोन दे देना तय किया है। आईसीआईसीआई बैंक के मुताबिक इससे किसानों की आर्थिक स्थिति का सही अंदाजा लगेगा और साथ ही लोन को मंजूरी देने में भी कम वक्त लगेगा. इस तकनीक से किसानों की लोन लिमिट बढ़ाने में मदद मिलेगी। आईसीआईसीआई ने होम फाइनेंस (आईसीआईसीआई एचएफसी) ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए खास एफडी स्कीम शुरू की है। इस एफडी स्कीम में ब्याज दरें सामान्य से ज्यादा मिल रही हैं।
कोटक महिंद्रा बैंक के एटीएम से पैसे निकालने के लिए अब डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं होगी। बैंक ने एसबीआई की तरह कार्डलेस नकदी निकालने की सुविधा शुरू की है। इस सुविधा के लिए ग्राहकों को कोटक नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग ऐप पर लॉग-इन करना होगा। यहां रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होगी. इसके बाद ही आप कोड जनरेट कर किसी भी एटीएम से कार्डलेस कैश विद्ड्रॉल कर सकेंगे।